AURANGABAD- जीवन चुने, नशा नहीं, नशीले पदार्थो के दुरूपयोग मानव जीवन के लिए घातक- जिला जज

FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK

औरंगाबाद : मादक पदार्थो के सेवन, नशीली दवाओं का दुरूपयोग एवं अवैध व्यापार के विरूद्ध अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार अन्तर्गत विधिक सेवा सदन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार की अध्यक्षता में एक जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सम्पूर्णानन्द तिवारी ने उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं तथा न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार से सम्बन्धित पैनल अधिवक्ताओं तथा कर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशे की लत का खतरा विश्व के साथ-साथ भारत के युवाओं में तेजी से फैल रहा है इस दिवस का उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नशीली दवाओं से मुक्ति पाना है तथा समाज में सशक्तिकरण लाना है।

इस दिन विभिन्न संगठन इस खतरे को खत्म करने के लिए शपथ लेते हैं और अवैध ड्रग्स की चुनौतियों को शान्तिपूर्वक सम्बोधित करने पर जोर देते हैं। उनका मूल सिद्धान्त युवाओं की रक्षा करना और मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देना है। आज मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के दुरूपयोग एवं इनकी अवैध तस्कारी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस होने के कारण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में विधिक सेवा सदन में एक जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पंकज मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, प्रथम, धनन्जय कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नितीश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, धनन्जय कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रणव शंकर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव, ब्रजेश कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सुनील कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रत्नेष्वर कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सुकुल राम, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी सहित समस्त न्यायिक पदाधिकारीगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अन्तर्गत पैनल अधिवक्ता जिला विधिक सेवा प्राधिकार के समस्त कर्मीगण व्यवहार न्यायालय के कर्मचारीगण तथा अन्य लोग उपस्थित होकर कर इस अवसर पर शपथ ग्रहण किया।

जिला जज की अध्यक्षता में आयोजित किये गये जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम में मुख्य रूप से मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों और उनके परिवारों पर घृणा और भेदभाव के नकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने, उन लोगो के बीच एड्स और हेपेटाईटिस महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने, जो नशीली दवाओं एवं मादक पदार्थो का उपयोग करते हैं और एचआईवी और हेपेटाइटिस रोकथाम कार्यक्रमों का विस्तार करके उन्हें मजबूत करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग करने वाले सभी लोगो के लिए साक्ष्य-आधारित स्वेच्छिक सेवाओं का बढ़ावा देने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग के विकारों, उपलब्ध उपचारों और शीघ्र हस्तक्षेप और सहायता के महत्व के बारे में शिक्षित करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग करने वाले लोगो के लिए सम्मानजनक भाषा और व्यवहार को बढ़ावा देकर घृणा और भेदवभाव से मुकाबला करने के लिए प्रेरित करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग और व्यसन को रोकने के लिए युवाओं और समुदाय को सशक्त बनाने पर इस शपथ कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकत किया गया साथ ही जोर देते हुए कहा गया कि किसी प्रकार का नशा का सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे करके मौत के मॅंुह में धकेलता रहता है और लोग जाने-अंजाने में नशीली दवाओं का सेवन करते रहते हैं। मानव शरीर पर नशीली दवाओं के उपयोग से उसकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है जिसका प्रभाव सीधे उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। उन्होंने आगे बताया गया नशीली दवाओं का निर्माण स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के ईलाज हेतु किया जाता है जो बिना चिकित्सक के परामर्श और लिखित पर्चा के देना एवं बेचना, एवं सेवन करना गैर कानूनी है, और इसके लिए कानून में कई प्रावधान किये गये हैं। युवा पीढ़ी नशा से दूर रहे- पैनल अधिवक्ता

वहीं मादक पदार्थो के सेवन, नशीली दवाओं का दुरूपयोग एवं अवैध व्यापार के विरूद्ध अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जनता महाविद्यालय, अम्बा में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तले नशा मुक्ति हेतु विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें पैनल अधिवक्ता श्री सत्येन्द्र दूबे एवं पारा विधिक स्वयं सेवक राज कुमार पासवान सहित महाविद्यालय के समस्त प्रध्यापक एवं छात्र छात्राऐं उपस्थित रहें। उन्हें नशा एवं नशिली पदार्थो से दूर रहने हेतु प्रेरित किया गया एवं इसके विरूद्ध बने कई कानूनों के साथ-साथ दूष्परिणामों से अवगत कराते हुए उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि नशा पान आज के दौर में युवाओं में एक फैशन के रूप में पनप रहा है जो न सिर्फ उनके लिए बल्कि पुरे परिवार के साथ-साथ समाज के लिए काफी खतरनाक सिद्ध हो रहा है। युवा नशा पान से दूर रहते हुए अपने भविष्य के साथ-साथ समाज को नशा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभायें।