औरंगाबाद- जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद द्वारा जिला मुख्यालय स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सदर अस्पताल स्थित सभागार में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस सम्मान समारोह में जिले के महिला चिकित्सक, नर्स, कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर, एएनएम, आशा फैसिलिटेटर, आशा एवं अन्यान्य महिला कर्मियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. उक्त आशय की सूचना देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर कुमार द्वारा बताया गया कि प्रत्येक वर्ष 8 मार्च की तिथि को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. उक्त तिथि को होली की छुट्टी को देखते हुए सरकारी निर्देशानुसार 8 मार्च से पूर्व आज ही जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर महिला कर्मियों को सम्मानित करने का कार्य किया गया है.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि लैंगिक विषमता को दूर करने एवं आधी आबादी के सशक्तिकरण के लिए ना सिर्फ सरकार बल्कि विभिन्न संगठनों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. महिलाओं को पुरुषों के समान विभिन्न कार्य क्षेत्रों में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है. एक कार्य क्षेत्र के रूप में स्वास्थ्य विभाग में महिलाओं की संख्या अधिक होती है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 को “एक स्थाई कल के लिए आज लैंगिक समानता” थीम के तहत मनाया जा रहा है. इसके लिए आवश्यक है कि पुरुष महिलाओं का सम्मान करें एवं उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें.
दूसरी तरफ कार्यक्रम के दौरान सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं ने अपने उद्बोधन में यह व्यक्त किया कि जिस प्रकार एक नारी की सफलता के पीछे एक पुरुष का सहयोग माना जाता है उसी तरह हर नारी की सफलता के पीछे पुरुष का सहयोग काफी प्रासंगिक है. महिलाओं के उत्थान में पुरुषों के सहयोग को इनकार नहीं किया जा सकता. महिलाओं का जहां सम्मान होता है वह स्थान देवताओं के रमन योग्य माना जाता है. आने वाली पीढ़ी के लिए महिलाओं का अस्तित्व एवं सम्मान आवश्यक है क्योंकि महिलाएं सृजन का आधार मानी जाती हैं.
इस अवसर पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक कुमार आनंद प्रकाश, यूनिसेफ के अधिकारी कामरान खान, यूएनडीपी के अधिकारी आरसी खान, जपाईगो संस्था की प्रतिनिधि रूपाली रैना सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी द्वारा किया गया.