FRIENDS MEDIA BIHAR DESK
औरंगाबाद जिले में एक विवाहिता के साथ जबरन सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है । मामला गोह प्रखंड के एक गांव की है । जहां खुले में शौच करने गयी एक विवाहिता के साथ दो लोगो ने जबरन दुष्कर्म किया । इस मामले में पीड़िता ने दो लोगों पर उपहारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है । विवाहिता ने दिए गए प्रतिवेदन में कहा है कि घटना के दिन उसके पति कहीं बाहर काम करने गए थे । घर के अन्य सदस्य भी किसी रिश्तेदार के घर शादी समारोह में गए थे । वह घर मे अकेली थी । गुरुवार की शाम वह शौच करने खेत की ओर गयी थी । वहां दो लोगों ने उसका मुंह दबाकर खेत से थोड़ी दूर ले गए और बारी-बारी से दुष्कर्म किया । विवाहिता ने दुष्कर्म करने का आरोप दिनेश कुमार एवं अशोक कुमार पर लगाई है । इधर उपहारा थानाध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा आगे की कार्रवाई की जा रही है ।
खुले में शौच करने जाने की क्या मजबूरी थी
इस आधुनिक युग में भी किसी के घर मे शौचालय की व्यवस्था न होना कहीं न कहीं से खटकती है । देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय बनाने की योजना की शुरुआत की थी । इस योजना के तहत देश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाना था । इतना ही नही बल्कि योजना की शुरुआत में प्रधानमंत्री खुद शौचालय के निर्माण कर लोगों को योजना के प्रति जागरूक करते दिखे थे , परन्तु आज औरंगाबाद जिले में घटी दुष्कर्म की घटना ने न सिर्फ समाज को शर्मसार किया है बल्कि ‘ हर घर शौचालय ‘ योजना की सच्चाई भी उजागर कर रहा है । आखिर किस परिस्तिथि में पीड़िता के घर मे शौचालय नही है ? क्या वह अत्यंत गरीब है ? क्या ‘हर घर शौचालय ‘ योजना का लाभ उसके घर तक नही पहुंच पाया ? कौन है जिम्मेवार ? ऐसे कई सवाल जो लोगों के जेहन में घूम रही है । आखिर सच क्या है यह तो जांच का विषय है ।
घर मे शौचालय न होने से असुरक्षित हैं बहु- बेटियां
आय दिन कहीं न कहीं से दुष्कर्म या सामुहिक दुष्कर्म की मामला सामने आते रहते हैं । जिसमे अधिकतर मामलों यह बात सामने आती है कि खुले में शौच करने जाने के दौरान यह घटना घटी । आखिर घटना की शिकार हुई बहु -बेटियों के साथ ऐसी क्या मजबूरी है की उनके घर मे शौचालय की व्यवस्था नही है , जबकि घर मे शौचालय निर्माण के लिए सरकार प्रोत्साहन राशि भी देती है । ऐसे में कहीं न कहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि व सरकारी अफसरों की चूक है । जिसके कारण बिन शौचालय घर की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती है । ऐसे में ‘फ्रेंड्स मीडिया ‘ की टीम जिला प्रशासन से अपील करती है कि वैसे पंचायत , गांव ,घर की सर्वे कराए जो आज भी स्वच्छ भारत मिशन योजना से कोसो दूर है ।