गया। खिजरसराय थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय शाहबाजपुर में शनिवार को कानून और अनुशासन तार-तार हो गया, जब एक छात्र को डांटना शिक्षक को महंगा पड़ गया। छात्र के अभिभावकों ने दर्जनों लोगों के साथ स्कूल पहुंचकर शिक्षक की निर्दय पिटाई कर दी, जिससे शिक्षा व्यवस्था और पुलिस व्यवस्था दोनों के लिए यह घटना शर्मनाक चुनौती बन गई है।
पीड़ित शिक्षक राकेश रंजन श्रीवास्तव ने स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है। उनके अनुसार कक्षा 5 में पढ़ने वाले एक छात्र ने दो बच्चों से झगड़ा कर लिया और किताब लेकर घर चला गया। इसके करीब आधे घंटे बाद छात्र के पिता, मां और अन्य परिजन लाठी-डंडे लेकर विद्यालय में घुस आए और शिक्षक को खोजने लगे।

जब अन्य शिक्षक उन्हें समझाने पहुंचे, तो अभिभावकों ने स्कूल परिसर में ही शिक्षकों पर लाठियां चलानी शुरू कर दी। शोर सुनकर जब शिक्षक राकेश रंजन श्रीवास्तव वहां पहुंचे, तो श्रीकांत मांझी ने उन पर कई बार लाठी से वार कर दिया। इस हमले में शिक्षक की बायीं हथेली में गहरा जख्म हुआ और शरीर के कई हिस्सों में चोटें आई हैं।
घटना की सूचना तत्काल डायल 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया।
थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि घटना की लिखित शिकायत प्राप्त हुई है और मामले में कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, अन्य शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई और शिक्षकों को सुरक्षा नहीं दी गई, तो वे आंदोलन करेंगे।
👉 यह घटना शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था और स्कूलों की सुरक्षा में भारी खामी को उजागर करती है। स्कूल परिसर में गुंडागर्दी कर शिक्षक की पिटाई जैसे मामलों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो शिक्षक समुदाय में भय का माहौल बनना तय है। वहीं, पुलिस प्रशासन के सामने यह घटना सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की कड़ी चुनौती खड़ी कर रही है।
यदि स्कूलों में शिक्षक ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है?
अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन इस शर्मनाक घटना पर कितनी तत्परता और सख्ती दिखाते हैं।