औरंगाबाद में नक्सलियों का आतंक: सड़क निर्माण में लगी जेसीबी को किया आग के हवाले
औरंगाबाद । जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने बुधवार की रात दहशत फैलाने के इरादे से एक जेसीबी मशीन में आग लगाने की कोशिश की। यह घटना दक्षिणी उमगा पंचायत के चिल्मी गाँव में घटी। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भय का माहौल है।
चिल्मी गाँव से होकर मैन बिगहा मोड़ से लंगूराही गाँव तक सड़क निर्माण कार्य जारी था। इस काम में राजन कंस्ट्रक्शन की एक जेसीबी मशीन लगी हुई थी। बुधवार रात, दो हथियारबंद लोग निर्माण स्थल पर पहुंचे और खुद को नक्सली संगठन के सदस्य बताते हुए जेसीबी में आग लगा दी। हालांकि, जेसीबी आंशिक रूप से ही क्षतिग्रस्त हो पाई।
घटनास्थल से पुलिस को तीन नक्सली पोस्टर और एक चिट्ठी बरामद हुई है। पोस्टर पर “निवेदक: रिजनल कमिटी माओवादी (मध्य)” लिखा हुआ है, जिससे इसे नक्सली गतिविधि का रूप देने की कोशिश की गई है।
घटना की सूचना मिलते ही औरंगाबाद जिले के एसपी अंबरीश राहुल, एएसपी अभियान दिवेश मिश्रा, सदर एसडीपीओ अमित कुमार और थानाध्यक्ष राजेश कुमार सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घटना की विस्तृत जानकारी ली।
जिले के एसपी अंबरीश राहुल ने बताया, “यह घटना भय और भ्रम फैलाने की एक कायराना हरकत है। शुरुआती जांच में इसे नक्सली गतिविधि बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस सभी दृष्टिकोण से जांच कर रही है। यह घटना नक्सलियों द्वारा की गई है या असामाजिक तत्वों का काम है, इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना दिया है। क्षेत्र में पहले से ही नक्सली गतिविधियों की छिटपुट घटनाएं होती रही हैं, लेकिन इस प्रकार की कार्रवाई ने लोगों को और अधिक चिंतित कर दिया है।
घटनास्थल पर छोड़े गए पोस्टर में रिजनल कमिटी माओवादी (मध्य) का नाम लिखा हुआ है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये पोस्टर वाकई नक्सलियों द्वारा छोड़े गए हैं या किसी अन्य समूह ने यह हरकत की है।
इस घटना के बाद से इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस और सुरक्षा बल लगातार क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे हैं और मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर से नक्सल समस्या को उजागर करती है और यह दिखाती है कि सुदूर क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्रभावित करने की कोशिशें जारी हैं।