AURANGABAD – समाहरणालय में मौत का साया : छज्जा टूटकर गिरा , अधिकारी हुए जख्मी , सदर अस्पताल में भी नही मिला चैन

औरंगाबाद/बिहार

मंगलवार की सुबह ज़िला मुख्यालय में एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे प्रशासनिक तंत्र की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। समाहरणालय भवन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक जर्जर छज्जा अचानक जिला योजना पदाधिकारी अविनाश प्रकाश के ऊपर आकर गिर पड़ा। गनीमत रही कि छज्जा सीधे सिर पर नहीं गिरा, अन्यथा एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।

घटना के तुरंत बाद जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी रत्ना प्रदर्शनी ने तत्परता दिखाते हुए घायल अधिकारी को सदर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचते ही अव्यवस्था और गंदगी ने जैसे घावों पर नमक छिड़कने का काम किया। डॉक्टर ने उन्हें ड्रेसिंग के लिए ऑपरेशन थिएटर (ओटी) भेजा, लेकिन वहां जो हुआ, उसने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल दी।

ओटी में मौजूद ड्रेसर ने पदाधिकारी को बेड पर लेटने को कहा, लेकिन बेड की गंदगी देख अविनाश प्रकाश ने बैठने की इच्छा जताई। जब उन्होंने कुर्सी पर बैठने की बात कही, तो ड्रेसर ने सख्ती से मना कर दिया और कहा, “यह कुर्सी मरीजों के लिए नहीं है।” इसी बात पर साथ मौजूद अन्य पदाधिकारियों ने आपा खो दिया और ड्रेसर को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा, “जब हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो आम मरीजों के साथ क्या होता होगा? ओटी में इतनी गंदगी कैसे हो सकती है? इसकी शिकायत हम सीधे जिलाधिकारी से करेंगे।”

इसी बीच मीडिया को जैसे ही इस घटना की भनक लगी, वे अस्पताल पहुंचकर कवरेज करने लगे। लेकिन ज़िला कार्यक्रम प्रबंधक (DPM) ने मीडिया को रोकने की कोशिश करते हुए कहा, “यह हमारा आंतरिक मामला है। गंदगी के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।”

घटना के तूल पकड़ते ही ड्रेसर को अधीक्षक कक्ष में तलब किया गया, जहां उसे वरिष्ठ अधिकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा। पूरे मामले ने एक बार फिर सरकारी भवनों की जर्जर स्थिति और सरकारी अस्पतालों की बदहाल व्यवस्था को उजागर कर दिया है।

अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या ठोस कदम उठाता है और जिम्मेदारों पर कैसी कार्रवाई होती है।