अपराध का खुलासा: NH-19 पर दहशत मचाने वाला लुटेरा गिरोह गिरफ्तार, हथियार-गाड़ियाँ-मोबाइल बरामद

औरंगाबाद / बिहार: औरंगाबाद पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए NH-19 पर आतंक का पर्याय बने अंतरजिला लुटेरा गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। बारूण थाना क्षेत्र में सक्रिय इस गिरोह के 9 अपराधियों को दबोचा गया है, जिनमें एक विधि विरुद्ध किशोर भी शामिल है।

कैसे चढ़े पुलिस के हत्थे?

27 मई 2025 को बारूण थाना क्षेत्र में राहगीरों से हथियार के बल पर मोबाइल, पैसे और मोटरसाइकिल लूट की सनसनीखेज घटना सामने आई थी। पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद ने तुरंत SIT टीम का गठन कर अपराधियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया।

गुप्त सूचना पर घेराबंदी और कार्रवाई:

30/31 मई की रात SIT को गुप्त सूचना मिली कि NH-19 के चरन सीरीस अंडरपास के पास कुछ अपराधी वारदात की योजना बना रहे हैं। पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर सात अपराधियों को मौके से धर दबोचा।

हथियार और लूट का माल बरामद:

  • 2 देशी कट्टा
  • 3 मोटरसाइकिल
  • 11 मोबाइल फोन
  • निकॉन कंपनी का कैमरा सेट
  • 3700 रुपये नकद
  • एक काला बैग

अपराधियों के कबूलनामे से खुला राज:

पूछताछ में कई खुलासे हुए:

  • भूलन कुमार ने 27 मई की लूट में होंडा SP125 बाइक व मोबाइल लूटने की बात कबूली।
  • विवेक कुमार ने 28 मई को प्रतीमपुर से मोबाइल लूटा।
  • अनुज कुमार ने 15 मई को JIO पेट्रोल पंप के पास से मोबाइल छीना।
  • जितेन्द्र कुमार की निशानदेही पर लूट में इस्तेमाल प्लेटिना बाइक रोहतास से बरामद हुई।
  • शुभम पाठक के घर से 21 मई को लूटा गया कैमरा मिला।

कबूलनामों से चौंकाने वाला खुलासा: अपराधियों ने काराकाट, पदमनपुर और ईटवा गांव से भी मोटरसाइकिल और ड्रोन कैमरा लूट की बात स्वीकार की है।

गिरफ्तार अपराधियों की सूची:

  1. मिथलेश कुमार सिंह (भोपतपुर, काराकाट)
  2. जितेन्द्र कुमार (वर्ना डेहरी, राजपुर)
  3. रमेश यादव (दयालगंज, राजपुर)
  4. अनुज पाठक उर्फ अनोज (बकुला खोहा, राजपुर)
  5. भूलन कुमार (दयालगंज, राजपुर)
  6. विवेक कुमार (दयालगंज, राजपुर)
  7. शुभम पाठक (बकुला खोहा, राजपुर)
  8. रवि कुमार उर्फ रविशंकर (दयालगंज, राजपुर)
  9. विधि विरुद्ध किशोर (गिरफ्तार)

औरंगाबाद पुलिस की इस कार्रवाई ने NH-19 को लूट के खौफ से राहत दिलाई है। लगातार सक्रिय इस गिरोह की गिरफ्तारी से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की बहाली हुई है।

औरंगाबाद पुलिस का यह ऑपरेशन अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है – अपराध करोगे, तो कानून के शिकंजे में आओगे!