औरंगाबाद । कुछ दिन पूर्व एक विधवा महिला के साथ हुए दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला कसमा थाना क्षेत्र की है । घटना के बारे साझा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 24 जून को उक्त महिला रफीगंज से अपने कार्यों का निपटारा करने के बाद जब वापस लौट रही थी, तब उसके साथ एक दर्दनाक घटना घटी। सुबह करीब 7:30 बजे अपने घर से निकली महिला जब करीब 12:00 बजे कासमा थाना अन्तर्गत ग्राम-सरावत के पास सूखी नदी से गुजर रही थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने पीछे से उसकी गर्दन पर मुक्का मारकर उसे बेहोश कर दिया। आरोपी ने बेहोश महिला को सुनसान पहाड़ में ले जाकर एक पेड़ के पास बलात्कार किया।
पीड़िता को जब होश आया तो उसने इस घटना की जानकारी महिला थानाध्यक्ष को दी। पीड़िता के बयान के आधार पर महिला थाना में कांड संख्या 41/24, दि०-24.06.2024, धारा-41/323/378 भा०द०वि० के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। इस गंभीर घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई।
जिसके बाद जांच टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू की। डी. आर.ई.यु टीम, अंचल निरीक्षक रफीगंज, और अन्य पुलिस अधिकारियों के सहयोग से वैज्ञानिक अनुसंधान, टावर डम्प, सी.सी.टी.वी. फुटेज, और पीड़िता द्वारा बताए गए हुलिया के आधार पर आरोपी की पहचान की गई।
कासमा थाना अन्तर्गत ग्राम-पचार निवासी नन्द विश्वकर्मा (उम्र 32 वर्ष, पिता-रामेश्वर विश्वकर्मा) को उसके घर से पूछताछ हेतु लाया गया। नन्द विश्वकर्मा ने इस घटना को अंजाम देने की बात कबूल की और बताया कि उसने कई अन्य महिलाओं के साथ भी छेड़खानी और छीनझपटी की घटनाएं की थीं।
नन्द विश्वकर्मा की निशानदेही पर तीन की-पैड मोबाईल,दो एंड्रॉयड मोबाईल,दो मोबाईल की बैट्री,घटना के समय पहने गए कपड़े,घटना के समय पहने गए खून/धब्बा लगे अंडरगारमेंट बरामद की गई।
इस घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस की तत्परता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी ने कुछ हद तक राहत पहुंचाई है, लेकिन ऐसे मामलों के लिए सख्त और त्वरित न्यायिक प्रक्रियाओं की आवश्यकता है।