ब्रजधाम का नज़ारा औरंगाबाद में — नन्हे बच्चों ने रचा राधा-कृष्ण का अद्भुत संसार

औरंगाबाद, बिहार।
Zenith Creche Academy का प्रांगण मानो रंग, भक्ति और आनंद का तीर्थ बन गया। वातावरण में बांसुरी की मधुर तान, बच्चों की खिलखिलाहट और राधा–कृष्ण की लीलाओं की छवि बिखरी हुई थी। ऐसा लग रहा था जैसे ब्रजधाम स्वयं उतर आया हो और नन्हें गोपाल-राधाओं संग रास रचा रहा हो।

प्ले से UKG तक के छोटे–छोटे राधा–कृष्ण अपने मनमोहक श्रृंगार में कभी शरारत से बांसुरी बजाते, तो कभी राधा संग झूमते, और कभी माखन के लड्डू लूटते नज़र आए। उनकी चंचल मुस्कान और भोली अदाओं ने दर्शकों के दिलों में भक्ति और स्नेह का सागर भर दिया।

इसी बीच कक्षा 1 से 5 के छात्रों ने ली मटकी एवं कलश सजाओ प्रतियोगिता में अपनी कल्पनाशीलता का अनूठा परिचय दिया। रंग-बिरंगे फूलों, चुनरी, रंगों और भक्ति भाव से सजे हर कलश में एक अलग कहानी, एक अलग आभा झलक रही थी। दर्शक उन सृजनशील कलाकृतियों को निहारते रह गए।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जिसके बाद नन्हे कलाकारों ने अपने नृत्य और भावपूर्ण अभिनय से वातावरण को पूरी तरह आध्यात्मिकता और उल्लास में डुबो दिया।

प्रतियोगिता में चमक बिखेरने वाले नन्हें सितारे रहे—
भारतीय, शिवांश, आरव, मधु, प्रिया, तमन्ना, भूमिका, आराध्या, वंश, सृष्टि सिंह, लूसी, दीपष्या, शुभम दांगी, आभया, दुर्गा, संजना, अनुष्का, विराट, साक्षी, ऋतिक, आणवी और शिवन्या।

इस अवसर पर प्राचार्या रिंकी सिंह सहित शिक्षिका अंजलि कुमारी, आस्था कुमारी, रागिनी कुमारी, खुशबू कुमारी, रानी कुमारी एवं हर्षित पाठक के रचनात्मक योगदान की सराहना हुई।

शिक्षिका आस्था कुमारी ने भावुक होकर कहा“नन्हे बच्चों का प्रदर्शन सचमुच दिल को छू लेने वाला था।” वहीं शिक्षिका अंजलि सिंह ने बताया — “इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों में भक्ति, संस्कार और सांस्कृतिक विरासत के प्रति प्रेम जगाना है।”