नबीनगर विधानसभा: पुराने बनाम नए चेहरों की जंग, नबीनगर विधानसभा बना चर्चा का केंद्र, जाने ..

औरंगाबाद, बिहार।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच नबीनगर विधानसभा सीट पर राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। इस बार मतदाताओं में बदलाव की मांग साफ़ दिख रही है। गांवों और कस्बों में चर्चा है कि अबकी बार वोट “काम और सक्रियता” के आधार पर पड़ेगा।

ऐतिहासिक झलक

नबीनगर विधानसभा का राजनीतिक इतिहास उतार-चढ़ाव भरा रहा है।कभी यह सीट कांग्रेस के कब्ज़े में रही, तो कभी जेडीयू और बीजेपी ने अपना परचम लहराया। हाल के वर्षों में राजद (RJD) ने यहां अपनी स्थिति मज़बूत की है।

पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह (भाजपा) और वीरेंद्र सिंह (जेडीयू) जैसे दिग्गज नेता इस क्षेत्र की राजनीति में लंबे समय तक प्रभावशाली रहे।
वर्तमान में यह सीट राजद के विजय कुमार सिंह उर्फ़ डब्लू सिंह के पास है।

जनता का मूड

स्थानीय जनता का मानना है कि क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी प्राथमिक आवश्यकताओं पर अभी और काम की जरूरत है।कई मतदाता कहते हैं कि नेताओं की सक्रियता चुनाव के बाद कम हो जाती है। इस बार लोगों की प्राथमिकता “सक्रिय नेतृत्व और ठोस विकास कार्य” को लेकर है।

संभावित समीकरण

राजनीतिक जानकारों के अनुसार, इस बार नबीनगर में मुकाबला त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय हो सकता है।

राजद (RJD) में नए चेहरे की चर्चा तेज़ है।

भाजपा (BJP) संगठन स्तर पर मजबूत मानी जाती है, वहीं कुछ पुराने दिग्गज नेता फिर से सक्रिय हैं।

जेडीयू (JDU) के कुछ वरिष्ठ नेता भी ताल ठोंक सकते हैं, बशर्ते सीट गठबंधन में उन्हें मिले।

साथ ही, स्थानीय पंचायत और स्वतंत्र नेता भी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं, जो समीकरण को रोचक बना सकते हैं।

युवा शक्ति” अनु यादव पर नज़र

इस बार नबीनगर की राजनीति में युवा चेहरों की चर्चा जोरों पर है।इसी क्रम में अनुज कुमार उर्फ़ “अनु यादव” का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।

अनु यादव ने 2021 में पहली बार पंचायत चुनाव जीता था और मुखिया बने थे।
किसान परिवार से आने वाले अनु यादव ने गांव-गांव जाकर जनसमस्याओं पर काम किया है, जिससे वे जनता के बीच “युवा नेता” के रूप में लोकप्रिय हो रहे हैं।

करीब 20 वर्षों से राजद से जुड़े अनु यादव को इस बार नबीनगर विधानसभा के संभावित दावेदारों में देखा जा रहा है।हाल ही में पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने उन्हें सम्मानित भी किया था।

पावर स्टार पवन सिंह की एंट्री पर चर्चा

मनोरंजन जगत से राजनीति में सक्रिय हुए पवन सिंह का नाम भी क्षेत्रीय चर्चाओं में है।
2024 लोकसभा चुनाव में उन्होंने काराकाट सीट से अच्छा प्रदर्शन किया था, और नबीनगर में भी उनका राजपूत मतदाताओं पर प्रभाव माना जाता है।हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर वे मैदान में उतरते हैं तो यह मुकाबला और दिलचस्प हो सकता है।

निष्कर्ष

नबीनगर की जनता ने हमेशा नए विकल्पों को आज़माने का साहस दिखाया है। अबकी बार मुकाबला “बदलाव बनाम परंपरा” और “युवा बनाम अनुभव” के बीच होता दिख रहा है। कौन जनता के भरोसे पर खरा उतरेगा, यह तो चुनाव बाद तय होगा, लेकिन इतना निश्चित है कि 2025 का नबीनगर चुनाव पूरे औरंगाबाद जिले में राजनीतिक चर्चा का केंद्र बनेगा।

अमरेश कुमार  , पत्रकार