AURANGABAD- जितिया की पूजा से चीख-पुकार तक – दिल दहला देने वाला हादसा

औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड अंतर्गत एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के धुन्धूआ गांव में रविवार को जितिया पर्व पर खुशियों के बीच मातम छा गया।जहां सुबह गांव में पूजा-अर्चना और उत्सव की रौनक थी, वहीं शाम तक चीख-पुकार और करुण क्रंदन गूंज उठा।

बच्चे की जान बचाकर खुद मौत के मुंह में समा गईं दो मासूम जिंदगियां

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोन नदी में स्नान के दौरान एक बच्चे का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में बहने लगा। उसकी चीख सुनकर गांव की दो बहादुर युवतियां—

संगीता कुमारी (18 वर्ष), पिता बजरंगी चौधरी

मुन्नी कुमारी (18 वर्ष), पिता उपेन्द्र चौधरी

बिना एक पल गंवाए उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़ीं। दोनों ने जज्बा दिखाते हुए बच्चे की जान तो बचा ली, लेकिन खुद लहरों में समा गईं।

स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद दोनों के शव बाहर निकाले गए। शव देखते ही परिजनों के करुण विलाप से माहौल दहला उठा। हर आंख नम हो गई।
गांव में जहां सुबह भजन-कीर्तन और पूजा का माहौल था, वहां शाम तक सिर्फ मातम और सन्नाटा पसर गया।

एनटीपीसी खैरा थाना पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। जितिया पर्व पर संतान की लंबी उम्र के लिए मांओं का उपवास जहां जीवन का प्रतीक माना जाता है, वहीं इस बार दो परिवारों से उनकी बेटियों की रोशनी बुझ गई।