औरंगाबाद।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, औरंगाबाद के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया। व्यवहार न्यायालय और अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय, दाउदनगर में आयोजित इस लोक अदालत में कुल 2132 वादों का निस्तारण किया गया और लगभग 3 करोड़ 81 लाख 1 हजार 880 रुपये का समझौता कराया गया।
इस अवसर पर आयोजित उद्घाटन समारोह का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकरण के अध्यक्ष राज कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनके साथ परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अरुण कुमार, अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम विश्व विभूति गुप्ता, प्रभारी डीएम अनुग्रह नारायण सिंह, प्रभारी एसपी मनीषा बेबी, सचिव तान्या पटेल, जिला विधि संघ अध्यक्ष विजय कुमार पांडेय तथा अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संजय कुमार सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राज कुमार ने कहा कि “राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायालय का पर्व है, जहां वर्षों पुराने विवादों का निस्तारण सौहार्दपूर्ण माहौल में किया जाता है। यहां समझौते से विवाद समाप्त होने पर न केवल वादकारियों को राहत मिलती है, बल्कि न्यायालय व प्रशासन पर भी मुकदमों का बोझ घटता है।”
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में—
परिवारिक मामले: 21
आपराधिक सुलहनीय मामले: 324
बैंक ऋण संबंधी मामले: 764
मोटर दुर्घटना वाद: 5 (30 लाख रुपये का समझौता)
अनुमंडल न्यायालय के वाद: 708
परिवहन चालान मामले: 309 (8.35 लाख रुपये का निस्तारण)
कुल मिलाकर विभिन्न वादों में पक्षकारों को लगभग 3.80 करोड़ रुपये से अधिक की राहत दी गई।
विशेष आकर्षण के रूप में स्वास्थ्य जांच शिविर और विशेष मतदाता सूची संशोधन शिविर भी लगाए गए। स्वास्थ्य जांच शिविर में ब्लड शुगर, बीपी, हिमोग्लोबिन आदि की जांच की गई और दवाइयां वितरित की गईं। वहीं, मतदाता शिविर में नए नाम जोड़े गए और सुधार किए गए।
लोक अदालत के संचालन में उप प्रमुख विधिक रक्षा परामर्श प्रणाली अभिनंदन कुमार, अधिवक्ता रंधीर कुमार, चंदन कुमार मिश्रा, तथा अन्य सहयोगियों व अर्धविधिक स्वयंसेवकों की सराहनीय भूमिका रही।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी लाल बिहारी पासवान ने किया।