AURANGABAD-किसान संघर्ष समिति ने बैठक का किया बहिष्कार ,बैरंग लौटे भूअर्जन व एनएचआई के अधिकारी

FRIENDS MEDIA BIHAR DESK

औरंगाबाद । भारतमाला परियोजना अंतर्गत बनने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के लिये आ रही भूमि अधिग्रहण में दिक्कतों को सुलझाने के लिये भूअर्जन पदाधिकारी सच्चिदानंद सुमन, NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमित कुमार ओझा तथा नबीनगर ,देव ,कुटुम्बा के सीओ किसानों से मिलने कुटुम्बा पंचायत सरकार भवन में आये थे, जहां उनकी किसानों के साथ कोई सहमति नहीं बन सकी। ज्ञातब्य है कि पिछले दिनों किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय व नबीनगर के अध्यक्ष रामाकांत पांडेय को सीओ कुटुम्बा तथा सीओ नबीनगर ने फोन कर किसानों के साथ बैठक करने का आग्रह किया था । इस बैठक की सूचना मिलने के बाद किसान संघर्ष समिति ने इसका बहिष्कार किया जिससे बहुत थोड़े किसान ही मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसानों के किसी सवाल का उत्तर देने और अपनी तरफ से कोई मांग पूरा करने में असमर्थता दिखाई।

दस बारह किसान भी तब वहां पहुंचे जब अधिकारियों को अपनी गाड़ियां गांवों में भेजनी पड़ी। बैठक में किसानों नें अधिकारियों का बहिष्कार करते हुए उपस्थिति पंजी पर अपना हस्ताक्षर बनाने से भी इंकार कर दिया । गौरतलब है कि NHAI के द्वारा वाराणसी से कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण होना है और उसके लिये किसानों की जमीनें अधिग्रहित की जा रही है। किसान आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र और राज्य सरकार हम किसानों के साथ इस प्रकार बेईमानी कर रही है मानों हम भारत नहीं पाकिस्तान के नागरिक हैं।

बैठक में आये किसान कृष्णानंद पांडेय नें मीटिंग का विरोध करते हुए बताया कि हमलोगों नें उचित मुआवजा को लेकर कई अधिकारियों से लेकर सांसद विधायक व मंत्रियों तक सैकड़ों आवेदन दिया पर किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। अधिकारी मंत्री, हमारी किसी मांगों को अभीतक पूरा नहीं कर सके। इस स्थिति में किसान अपने जमीनों को किसी हाल में देने को तैयार नहीं हैं। मौके पर आए प्रभावित किसान राज कुमार सिंह नें दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे का हवाला देते हुए बताया कि एक ही तरह के कानून और एक ही देश में हरियाणा में सड़क किनारे की भूमि के बदले प्रति एकड़ एक करोड़ बेरासी लाख चालीस हजार तीन सौ बीस रु मिलता है और बिहार के किसानों को लगभग तीस बत्तीस लाख प्रति एकड़। श्री सिंह नें कहा कि हमारी रोजी रोटी सरकार 20 फिट ऊपर बनने वाले उस सड़क के लिये छीन रही है जिसके बनने से हम किसानों को भविष्य में कोई फायदा नहीं होने वाला है। इस स्थिति में सारे किसान आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं । एक देश एक विधान तब हमारे साथ अन्याय क्यों ?

 इस अवसर पर रमाकांत पांडेय रामपुर, विजय तिवारी, अजय तिवारी, कुटुम्बा मुखिया प्रतिनिधि चुनमुन सिंह, कुटुम्बा सरपंच प्रतिनिधि राजेन्द्र ओझा जी सहित कुटुम्बा के अन्य दस बारह लोग उपस्थित थे।