लोग अपने सुलहनीय वादों का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण कराये, न्यायालय द्वारा अपेक्षित सहयोग प्राप्त होगा- जिला जज।

FRIENDS MEDIA BIHAR DESK

औरंगाबाद । जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सम्पूर्णानन्द तिवारी द्वारा आगामी 09 सितम्बर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक किया गया। इस बैठक में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पंकज मिश्रा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश,द्वितीय, धनन्जय कुमार मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय ब्रजेश कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश,सप्तम् सुनील कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, दशम रत्नेश्वर कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, तृतीय सुकुल राम अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम सौरभ सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी,चतुर्थ राजेश सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी,षष्टम मनीष कुमार पाण्डेय, अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी, योगेश कुमार मिश्रा, न्यायकर्ता शोभा, न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम श्रेणी नेहा दयाल, निधि जायसवाल, शोभित सौरभ, ओम प्रकाश नारायण सिंह, शाद रज्जाक सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर उपस्थित रहे।

समीक्षा के क्रम में सभी न्यायिक पदाधिकारियों से अपने-अपने न्यायालय द्वारा अबतक किये गये तैयारियों को लेकर अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त किया गया। जिला जज ने समीक्षा के दौरान अबतक विभिन्न न्यायालयों के द्वारा निर्गत नोटिस और उससे सम्बन्धित तामिला की जानकारी प्राप्त की एवं पक्षकारो के साथ आयोजित होने वाले प्री-काॅन्सेलिंग प्रक्रिया के सम्बन्ध में अबतक किये गये कार्यो की समीक्षा किया। जिला जज ने आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा –निर्देश दिया। उनके द्वारा कहा गया कि अबतक जितने भी चिन्ह्ति वाद न्यायालय में किये गये हैं और नोटिस निर्गत हुआ है उसकी तामिला की अवस्था की जानकारी यथाषीघ्र प्राप्त करें एवं अधिक से अधिक पक्षकारो के साथ प्री- काॅन्सेलिंग की प्रक्रिया सम्बन्धित न्यायालयो के साथ सामान्जस स्थापित करते हुए करें।

जिला जज द्वारा सभी न्यायालय को प्री- काॅन्सेलिंग प्रक्रिया को और तेज करने के लिए प्रेरित किया तथा न्यायालय में लम्बित सभी तरह के सुलहनीय मामलो में पक्षकारो को राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अपने वाद को निस्तारित करने के लिए लगातार प्रेरित करते रहने के लिए निदेशित किया। जिला जज द्वारा समीक्षा के दौरान खासकर न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय में लम्बित मामलों पर विषेश ध्यान केन्द्रित करते हुए पक्षकारो के बीच सौहाद्रपूर्ण वातावरण रखने के लिए प्रेरित किया ताकि उन्हें अपने वाद को राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन कराने में खुशी का भाव उत्पन्न हो और उनके माध्यम से आम जनमानस भी अपने-अपने वाद राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु प्रेरित हो सके। जिला जज द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर अबतक किये गये कार्यो को सराहा गया तथा कहा कि यह निरंतरता राष्ट्रीय लोक अदालत तक सभी को बनाये रखने की आवशकता है जिससे कि इसका प्रतिफल अधिक से अधिक वादों का निस्तारण कराने के मार्ग प्रशस्त करें और जिले का मान बढ़े। इस समीक्षा बैठक में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री प्रणव शंकर द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार-प्रसार ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में करने के लिए सोसल मिडिया, प्रेस, तथा पारा विधिक स्वयं सेवकों के माध्यम से किया जा रहा है और इसके लिए मीडिया का सहयोग लिया जा रहा है और इसमें सभी का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। जिला जज द्वारा आम जनों से भी अपील किया है कि वे ज्यादा-से ज्यादा अपने वादों का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से करायें अगर किसी तरह की समस्या उत्पन्न होती हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय से सम्पर्क स्थापित करें।