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जिला प्रशासन के द्वारा खेतों में गेंहू की पराली न जलाने की अपील व हिदायतों के बाद भी लोग पराली जलाने से बाज नही आ रहे हैं । खेतों में गेहूं की पराली जलाने के दौरान उससे निकली चिंगारी से 15 महादलितों का घर जलकर खाक हो जाने का मामला सामने आया है । मामला ओबरा प्रखंड के अमिलौना पंचायत के गुलजार विगहा गाँव की है । जहां बुधवार को लगभग एक बजे दोपहर खेतो में किसानों द्वारा पराली जलाने के दौरान आग की चपेट में आने से रविन्द्र राम , प्रमोद राम , वृजनन्दन राम , लखन राम ,कमलेश राम , अरविंद राम , जदुनंदन राम , आशु राम , रामविशेख राम , जयनंदन राम , अवधेश राम , रंजीत राम , नागेन्द्र राम , रामराज राम , चंद्रेश राम सहित कई के घर का खाने पीने के समान , कपड़ा , साइकिल , पशु वगैरह पूरी तरह जलकर राख हो गया।इन गरीब महादलित परिवारों का चिलचिलाती धूप में रहना मुश्किल हो गया । घटना की जानकारी मिलते ही भाकपा माले के जिला सचिव मुनारिक राम , जनार्धन यादव , गनौरी राम घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिलकर सांत्वना दी व आग कैसे लगी इसकी जानकारी प्राप्त किया। इस दौरान भाकपा माले के सचिव ने सरकार व प्रशासन से मांग किया है कि पीड़ित परिवारों को आशियाना उजड़ गया है । उन्हें तत्काल रहने व खाने-पीने की ब्यवस्था सुनिश्चित किया जाय। सभी पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा व इंदिरा आवास दिया जाय और आदेश के बाद भी पराली जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।
इस घटना में बेटी की शादी के अरमान भी जल गए
इस अगलगी की घटना में पीड़ित हुई संध्या देवी ने बताई की मैं और मेरी सास सकुन्तला देवी दोनों स्वंय सहायता समूह से 50,000 पचास 50,000 पचास हजार रुपये का लोन लेकर अपनी बेटी पुष्पा कुमारी को शादी करने के लिए रखा था । जो पूरा पैसा जलकर राख हो गया। बेटी की शादी धूमधाम से करने की अरमान संजोय बैठी थी जो जलकर खाक हो गयी । इस समय उसके आंखों की आंसू थमने का नाम नही ले रही थी । उसने बताई की एक गाय पाल रखी थी वो भी जलकर राख हो गई। वहीं पीड़ित परिवारों ने कैथी गांव के कुछ किसानों पर मना करने बावजूद भी खेतों में पराली जलाने का आरपो लगाया है ।