FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK
आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर औरंगाबाद जिले में अलग-अलग जगहों पर योगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया । यह दिवस अत्यंत ही उमंग उल्लास एवं अनुशासन के साथ मनाया गया। योग दिवस के अवसर पर जिले के दानी बिगहा अवस्थित सत्येंद्र नारायण सिन्हा पार्क में जिला प्रशासन द्वारा योगा शिविर का आयोजन किया गया। इस योगा शिविर में जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल, उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह एवं डीपीआरओ मंजू प्रसाद समेत औरंगाबाद जिले के तमाम वरीय पदाधिकारियों द्वारा योगाभ्यास किया गया।
प्रत्येक व्यक्ति को योग को दिनचर्या में शामिल करना चाहिए – जिला जज
वहीं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं व्यवहार न्यायालय के संयुक्त तत्वावधान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में बृहत एवं भव्य रूप से मनाया गया। साथ ही पूरे जिले में जिला जज के निर्देशानुसार प्राधिकार से जुड़े अर्द्ध विधिक स्वयं सेवकों एवं पैनल अधिवक्ताओं ने योग दिवस मनाया एवं लोगों को योग के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें योग करने के लिए प्रेरित किया। मुख्य कार्यक्रम व्यवहार न्यायालय स्थित सभागार में जिला जज के नेतृत्व में आयोजित किया गया जिसमें समस्त न्यायिक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण तथा अन्य ने इसमें योग कर अपनी भागीदारी निभाई। उक्त आयोजित योग दिवस पर उपस्थित लोगों को प्रशिक्षित योग शिक्षक रवि शंकर कुमार एवं योगेन्द्र भूषण ने विभिन्न योग के आसनों का अभ्यास कराया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला जज ने योग के प्रति लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को योग को दिनचार्या में शामिल करना चाहिए। उन्होंने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि योग भारत में आदि काल से चला आ रहा है जिसका पहचान अब अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहुॅच चुकी है। मानव के सुखी और निरोगी जीवन के लिए इसके महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस घोषित किया है। योग का महत्व आम और खास मनुष्य ने सही रूप में तब देखा जब विश्व स्तर पर कोरोना जैसी महामारी से मानव जाति को दो-चार होना पड़ा। उक्त कोरोना जैसी बीमारी से लड़ने में योग का बेहद ही खास महत्व रहा। अतः हम सभी को योग को प्रति दिन अपने जीवन में आत्मसात करना बेहद ही जरूरी है यह सिर्फ न कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है साथ ही मनुष्य को कई मानसिक समस्याओं से निजात दिलाता है। योग का शाब्दिक अर्थ ही जोड़ होता है जिसका मतलब शरीर और एकाग्र मन जब आपस में जुड़ते हैं तो एक स्वस्थ्य एवं एकाग्रचित शरीर का निर्माण होता है जो सभी बीमारियों से दूर रखने में सहायक साबित होता है।
प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने भी योग के महत्व को बताते हुए कहा कि अगर व्यक्ति योग को जीवन में आत्मसात करता है तो वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य होता है और स्वस्थ्यचित व्यक्ति कई समस्याओं अपने पास आने से रोक लेता है। अक्सर यह देखा गया है कि कई तरह के विधिक समस्याओं के पीछे मानसिक परेशानी रहती है जो योग से दूर से की जा सकती है अगर वह योग से जुड़ा होता तो वह मानसिक समस्या से दूर रहता तो उसके समक्ष विधिक समस्या भी नहीं होती, इसलिए प्रत्येक मनुष्य की समस्याओं का निदान योग में निहित है बस इसे जानने और करने की जरूरत है।इस कार्यक्रम में जहां जिला जज मनोज कुमार तिवारी प्रधान न्यायाधीश कृष्ण कांत त्रिपाठी, धनंजय कुमार सिंह, धनजंय कुमार मिश्र, पंकज कुमार मिश्र, प्रणव शंकर अशोक राज, अमित कुमार सिंह, रत्नेश्वर कुमार सिंह जैसे वरीय न्यायिक पदाधिकारी ने भाग लिया वहीं योगेंद्र नारायण सिंह, योगेंद्र प्रसाद योगी, पुष्कर अग्रवाल, नागेंद्र सिंह, संजय सिंह, जैसे कई वरीय अधिवक्ताओं के साथ-साथ युवा अधिवक्ताओं ने भी भाग लिया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सूर्य मंदिर परिसर में पतंजलि द्वारा योग शिविर का आयोजन
आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मंगलवार को शहर के शाहपुर स्थित सूर्य मंदिर परिसर में विशेष योग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ चंद्रशेखर प्रसाद, डॉ शीला वर्मा, भाजपा की महिला जिलाध्यक्ष अनिता सिंह, नगर परिषद के चेयरमैन उदय गुप्ता, दशरथ प्रसाद, रमन बालाजी, अनिल गुप्ता, रौशन, पंकज, श्वेता सिंह, जयनंदन पांडेय, प्रमोद, राजकुमार आदि शामिल हुए। सभी अतिथियों को पतंजलि परिवार के द्वारा अंगवस्त्र एवं उपचार पद्धति पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा नियमित योग कक्षा चला रहे बद्री, बुट्टा आदि भाइयों को भी सम्मानित किया गया। सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के रूप में यह आयोजन भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति, महिला पतंजलि योग समिति, युवा भारत, किसान सेवा समिति औरंगाबाद के द्वारा किया गया। इसमें सैकड़ों की संख्या में भाग लिए महिला-पुरुषों को ग्रीवाचालन, स्कंद संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, वकासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, अर्धहलासन, कपालभाति, नाड़ी शोधन, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम, ध्यान आदि का अभ्यास करवाया गया।
शिविर में सभी को संकल्प दिलवाया गया कि चाहे कैसी भी परिस्थिति हो योग को अपने जीवन में अपनाना ही होगा। इसके साथ ही आने वाले कुछ महीनों के अंदर 21 दिन का एडवांस योग प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाया जाएगा जिसकी घोषणा की गई। जिला मुख्यालय के अलावा औरंगाबाद के अन्य सभी प्रखंडों में भी पतंजलि परिवार के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर लगाया गया। इस मौके पर भारत स्वाभिमान के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, महिला प्रभारी ममता गुप्ता, महामंत्री सारिका शेखर, महिला अध्यक्ष मिली गुप्ता, संगठन मंत्री संजीव, कोषाध्यक्ष अवधेश कुमार, व्यापारिक प्रकोष्ठ के राजू गुप्ता, युवा भारत के जितेंद्र, भोला, डब्बू, अजय, संजय, अशोक, व्यास जी, गिरी जी, स्वीटी, संगीता, ममता, रिंकी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
केंद्रीय विद्यालय में मनाई जा रही ‘योग सप्ताह’का हुआ समापन
जिले के बभनडी में स्थित केंद्रीय विद्यालय में पिछले 7 दिनों से मनाए जा रहे ‘योग सप्ताह’ कार्यक्रमों की समाप्ति भी हो गयी। इस दौरान विद्यार्थियों को योग के इतिहास, दर्शन, इसके लाभ, विभिन्न आसनों एवं प्राणायाम के बारे में सीखने एवं समझने का अवसर प्राप्त हुआ । आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवसकार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय में प्रातः 7:00 बजे से हुयी। लगभग 1 घंटे तक चले इस कार्यक्रम का संचालन एवं नेतृत्व विद्यालय के शारीरिक विज्ञान शिक्षक अवधेश कुमार पांडे ने किया। उनके मार्गदर्शन में विद्यालय में उपस्थित लगभग 300 छात्र-छात्राओं, सभी शिक्षकों, अन्य कर्मचारियों एवं प्राचार्य ने विभिन्न आसनों, सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम का सफल प्रदर्शन किया। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने प्रारंभिक शारीरिक व्यायाम के पश्चात ताड़ासन, वृक्षासन, गोमुखासन, सर्वांगासन, हलासन, धनुरासन, भुजंगासन एवं सूर्य नमस्कार का प्रदर्शन किया। तत्पश्चात सभी ने प्राणायाम जैसे भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, अग्निसार इत्यादि का अभ्यास किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉ अनूप शुक्ला ने सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आग्रह किया। विशेषकर उन्होंने विद्यार्थियों के शारीरिक,मानसिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास में योग के महत्व को अपने प्रेरणास्पद शब्दों के द्वारा बताया। कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 नियमों का पालन करते सामाजिक दूरी हुए का भी ध्यान रखा गया। छात्र-छात्राओं के लिए पीने का पानी ग्लूकोस एवं एनर्जी ड्रिंक्स की व्यवस्था भी की गई थी। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी गुलाब राम, ऐ.के.पाण्डेय, राकेश कु द्विज, विरेन्द्र कुमार शर्मा, मनीष शर्मा, मनीष कुमार, स्वाति कुमारी, कुमारी वंदना, पंकजराठौर, मनोज कुमार, संजय कुमार, रंजीत कुमार निराला एवं भोला राम इत्यदि उपस्थित थे।