FRIENDS MEDIA, BIHAR DESK
औरंगाबाद शहर के एक ऐसा शिक्षण संस्थान जहां पिछले कई वर्षों से एक छत के नीचे सामुहिक रूप से दर्जनों छात्र -छात्राएं स्टडी करते हैं। इस संस्थान से तैयारी करने वाले छात्र छात्राएं हर वर्ष कंपटीशन की एग्जाम में बेहतर अंक लाकर उतीर्ण होते हैं। इस संस्थान से 12 वर्षों में लगभग डेढ़ सौ छात्र-छात्राओं का प्लेसमेंट सरकारी सेवाओं में लगी है। पुलिस दरोगा, सीआरपीएफ, बैंक, क्लर्क, शिक्षक, बिहार पुलिस, रेलवे सहित जल सेना, थल सेना , वायु सेना में सैकड़ों छात्र अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस निशुल्क कोचिंग संस्थान गरीब घर के भी बच्चे स्वेच्छा से पढ़ाई करने आते हैं। छात्रों की मेहनत व शिक्षकों की गाइड का नतीजा सामने आया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस स्टडी के लिए किसी भी विद्यार्थी से कोई शुल्क नही लिया जाता है।
हम बात कर रहे हैं औरंगाबाद शहर के शाहपुर मोहल्ले स्थित हर्ष क्विज सेंटर की। इस सेंटर की शुरुआत रंजन कुमार ने वर्ष 2012 में अन्य सहयोगियों के साथ किया था। रंजन अभी पिछले 2 सालों से महाराष्ट्र में रेलवे विभाग में अपनी सरकारी सेवा दे रहे हैं। कोचिंग के निदेशक संकेत कुमार ने बताया कि पिछले दो महीना पूर्व दरोगा परीक्षा में इस संस्थान के करीब 50 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था। जिसमें 35 छात्र छात्राएं उत्तीर्ण हुए थे। दरोगा मैंस की परीक्षा का रिजल्ट 5 मई को प्रकाशित हुआ जिसमें 28 छात्र छात्राओं ने बेहतर अंक प्राप्त कर दरोगा की रिजल्ट में शामिल हुए। जिसमें जयप्रकाश नारायण सिंह, अजीत कुमार, बबलू बाली, विकास कुमार, राहुल कुमार, अंशु कुमार, विमलेश कुमार, गजेंद्र कुमार, चंदन कुमार, अविनाश कुमार, रविराज, अमरजीत कुमार, सुनील कुमार, सनी कुमार, चंद्रभान कुमार, रोहित कुमार, पिंटू कुमार, रवि राज, सिया सोलंकी, सीमा मेहता, नीरु कुमारी, आरती कुमारी, सविता कुमारी, शिखा कुमारी, सीमा वर्मा, गुड़िया कुमारी, दिव्या कुमारी, धर्मेंद्र कुमार ने परचम लहराया है। सभी छात्र-छात्राओं ने संस्थान में एकजुट होकर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। छात्राओं ने कहा कि कड़ी मेहनत का नतीजा कुछ दिन बाद हम लोग के सामने आया है जिससे हम लोग काफी आनंदित हैं। सफलता का श्रेय छात्र-छात्राओं ने अपने माता-पिता के अलावे गुरुजनों को बताया है। इस मौके पर डायरेक्टर जेपी सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र कुमार, संकेत कुमार, राहुल कुमार सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।