
बिहार में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए विभागों का बंटवारा कर दिया। बीजेपी को सबसे मजबूत हिस्सेदारी देते हुए कई अहम मंत्रालय पार्टी के नेताओं को सौंपे गए हैं। गृह, स्वास्थ्य, सड़क और उद्योग जैसे बड़े विभागों पर इस बार भाजपा का दबदबा दिखा।
उपमुख्यमंत्रियों को मिले शक्तिशाली विभाग
सम्राट चौधरी (उपमुख्यमंत्री, BJP) — गृह विभाग
राज्य का सबसे अहम मंत्रालय अब सीधे BJP के पास है।
विजय कुमार सिन्हा (उपमुख्यमंत्री, BJP) — भूमि एवं राजस्व, खनन विभाग
जमीन, रजिस्ट्रेशन और खनन जैसे राजस्व वाले मंत्रालय BJP के खाते में।
बड़े मंत्रालयों का बंटवारा
मंगल पांडेय — स्वास्थ्य, कानून
नितिन नबीन — सड़क निर्माण, नगरीय विकास एवं आवास
दिलीप जायसवाल — उद्योग
रामकृपाल यादव — कृषि
संजय टाइगर — श्रम संसाधन
अरुण शंकर प्रसाद — पर्यटन, कला-संस्कृति-युवा विभाग
श्रेयसी सिंह — खेल, आईटी विभाग
सुरेंद्र मेहता — पशुपालन एवं मत्स्य
प्रमोद कुमार (चंद्रवंशी) — सहकारिता, पर्यावरण एवं वन
नारायण प्रसाद — आपदा प्रबंधन
रमा निषाद — पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण
लखेंद्र कुमार रोशन — SC/ST कल्याण
सहयोगी दलों को भी मिला प्रतिनिधित्व
संतोष कुमार सुमन (HAM-S) — लघु जल संसाधन
संजय कुमार (LJP-RV) — चीनी उद्योग
संजय सिंह (LJP-RV) — पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग
दीपक प्रकाश (RLM) — पंचायती राज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास रखे ये विभाग
सामान्य प्रशासन
कैबिनेट सचिवालय
निगरानी
निर्वाचन
अन्य वे विभाग जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए।
राजनीतिक मायने
गृह, स्वास्थ्य और राजस्व जैसे बेहद महत्वपूर्ण विभाग BJP को देकर सरकारी ढांचे में पार्टी की पकड़ और मजबूत हुई है। वहीं नीतीश कुमार ने प्रशासनिक नियंत्रण वाले विभाग अपने पास रखकर संतुलन बनाए रखा है। इस विस्तार के बाद सरकार का स्वरूप और राजनीतिक समीकरण दोनों स्पष्ट हो गए हैं।







