
रफीगंज शहर में शनिवार की सुबह राजनीतिक माहौल उस समय गर्म हो गया जब कासमा रोड स्थित आरबीआर मैदान में एनडीए ने अपनी दमदार चुनावी शक्ति का प्रदर्शन किया। विशाल भीड़ के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलिकॉप्टर से सीधे रैली स्थल पहुंचे और जनता का अभिवादन स्वीकार किया।
मंच पर पहुंचने पर जदयू प्रत्याशी प्रमोद सिंह और गोह क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रणविजय सिंह ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन जदयू जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के हाथों में रहा।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार ने बीते दो दशकों में जिस बदलाव को देखा है, वह कभी असंभव माना जाता था। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब “सड़कें वीरान और लोग भयभीत रहते थे, लेकिन आज स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।” उन्होंने दावा किया कि केंद्र–राज्य के संयुक्त प्रयासों से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर काम हुआ है।
नीतीश कुमार ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिनते हुए कहा कि “पुलिस भर्ती में 35% आरक्षण और हर महिला को रोजगार– सहायता देना हमारा लक्ष्य है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में “एक करोड़ युवाओं को रोजगार और कौशल–अवसर प्रदान किए जाएंगे।”
उन्होंने रफीगंज और गोह के दोनों एनडीए प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगा और कहा कि “विकास की गति तभी जारी रह सकती है जब मजबूत सरकार बने।”

कार्यक्रम में मौजूद मंत्री विजय चौधरी ने दावा किया कि पूरे बिहार में एनडीए के पक्ष में स्पष्ट जनसमर्थन दिखाई दे रहा है और विपक्ष “लगातार कमजोर होता जा रहा है।”
स्थानीय मुद्दों पर बात करते हुए जदयू प्रत्याशी प्रमोद सिंह ने जनता को भरोसा दिलाया कि “पिछले 15 सालों की तरह आने वाले दिनों में भी शिक्षा, सड़क और महिला कल्याण योजनाओं को गति दी जाएगी।”भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं—संजय मेहता, सोनू सिंह, विजेंद्र चंद्रवंशी, संतोष साहू समेत अन्य वक्ताओं ने भी रफीगंज के विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए जनता से एनडीए प्रत्याशियों को विजयी बनाने की अपील की।
मंच के नीचे कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था। एनडीए के सभी घटक दलों के प्रतिनिधि—अवधेश कुमार सिंह, विश्वनाथ सिंह, नीरज कुमार सिंह, अमरेश चौधरी, संजय अम्बेडकर, शुभम सिंह तथा दर्जनों पदाधिकारी और समर्थक भारी संख्या में मौजूद रहे।








