‘रेडियो दोस्ती’ का शुभारंभ — अब जेल के भीतर सिर्फ सन्नाटा नहीं, बल्कि संगीत, सीख और उम्मीद की गूंज सुनाई देगी

जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव तान्या पटेल ने शनिवार को अनुमंडलीय कारा, दाउदनगर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कैदियों के मानसिक तनाव और मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए ‘रेडियो दोस्ती’ नामक एक विशेष जेल रेडियो सेवा का शुभारंभ किया।

रेडियो दोस्ती का उद्देश्य सिर्फ संगीत सुनाना नहीं, बल्कि बंदियों के बीच कानूनी जागरूकता, आत्म-सुधार और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना है।

सचिव के साथ जेल अधीक्षक अमित कुमार राय और जेल भ्रमण अधिवक्ता मृत्युंजय कुमार भी उपस्थित थे।

“रेडियो दोस्ती बंदियों को एक नई उम्मीद देगा”

उद्घाटन के अवसर पर सचिव तान्या पटेल ने कहा,

“रेडियो दोस्ती की परिकल्पना बहुआयामी है — यह न केवल मनोरंजन का साधन बनेगा, बल्कि बंदियों में सामाजिक व कानूनी जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगा।”

जेल वार्डों का निरीक्षण, कैदियों की समस्याएं सुनीं

निरीक्षण के दौरान सचिव ने हर वार्ड का जायजा लिया और कैदियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं और जमानत संबंधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि कैदियों की समस्याओं का तत्काल निवारण किया जाए।

सचिव ने स्पष्ट कहा कि जो कैदी निजी अधिवक्ता रखने में असमर्थ हैं, वे जेल भ्रमण अधिवक्ता या कारा प्रशासन के माध्यम से अपनी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार को भेजें, ताकि उन्हें मुफ्त पैनल अधिवक्ता की सेवा तुरंत मिल सके।

साफ-सफाई और स्वास्थ्य पर विशेष निर्देश

निरीक्षण के दौरान सचिव ने कारा प्रशासन को जेल परिसर में साफ-सफाई बनाए रखने, बरसाती बीमारियों और मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि जेल में मिलने वाला भोजन मेनू के अनुसार और गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए, ताकि बंदियों में असंतोष या बीमारी की स्थिति न उत्पन्न हो।

विधिक सहायता सबके लिए

निरीक्षण के दौरान कई ऐसे बंदी मिले जिन्हें विधिक सहायता की आवश्यकता थी। सचिव ने उन्हें तत्काल पैनल अधिवक्ता की सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि नए कैदियों को उनके अधिकार, कर्तव्य और विधिक सहायता प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी जाए।

रेडियो दोस्ती के आगमन से अब दाउदनगर जेल की दीवारों के भीतर सिर्फ सन्नाटा नहीं, बल्कि संगीत, सीख और उम्मीद की गूंज सुनाई देगी।