
बिहार की राजनीति में मंगलवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सुरेश मेहता ने कई वर्षों का पुराना नाता तोड़ते हुए अब एनडीए का दामन थाम लिया है। एनडीए कार्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने औपचारिक रूप से भाजपा नेताओं की मौजूदगी में एनडीए को मजबूत करने की घोषणा की।
श्री मेहता ने कहा —
“मैंने पूरे समर्पण के साथ काफी वर्ष तक राजद की सेवा की। जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन के प्रत्याशियों को जीत दिलाने में भूमिका निभाई, लेकिन अब पार्टी की दिशा और सोच से निराश हूँ। बिहार में अब परिवर्तन की बयार चल रही है, और मैं चाहता हूँ कि विकास की यह रफ्तार और तेज हो।”
उन्होंने ऐलान किया कि अब वे औरंगाबाद से एनडीए प्रत्याशी त्रिविक्रम सिंह की भारी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे।
एनडीए कार्यालय में जोरदार स्वागत
सुरेश मेहता के एनडीए में शामिल होने की खबर से भाजपा और सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। एनडीए कार्यालय में भाजपा समेत पांचों घटक दलों के कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान आगामी 7 नवंबर को औरंगाबाद जिले के देव मोड़ पर होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा की तैयारियों को लेकर भी रणनीति बैठक आयोजित की गई।
इस मौके पर भाजपा नेत्री निवेदिता सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष विजेंद्र कुमार सिंह, आरएलएम (रामविलास लोक जनशक्ति पार्टी) के जिला अध्यक्ष अशोक मेहता, हम पार्टी के जिला अध्यक्ष रणधीर कुमार सिंह, जदयू के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ गुड्डू, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दीपक कुमार सिंह समेत एनडीए के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राजनीतिक हलचल तेज
सुरेश मेहता के एनडीए में शामिल होने से राजद को बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं एनडीए खेमे में इसे औरंगाबाद की राजनीति में “गेम चेंजर” कदम के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मेहता का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में समीकरण बदल सकता है।








