औरंगाबाद। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (BSCC) योजना के तहत, उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को ऋण दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपनी पढ़ाई बिना वित्तीय बाधाओं के पूरी कर सकें। लेकिन, शिक्षा पूरी करने के बाद भी कई छात्रों द्वारा ऋण राशि वापस नहीं की जा रही है, जिसके चलते बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम (BSEFC) द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
शिक्षा पूरी करने के बाद भी यदि छात्रों ने ऋण राशि नहीं लौटाई है, तो BSEFC द्वारा कार्यवाही की जा रही है। वैसे जिन छात्रों ने अपना पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है लेकिन वे अभी तक रोजगार नहीं पा सके हैं या स्वरोजगार व अन्य साधनों से आय प्राप्त नहीं कर रहे हैं, उन्हें थोड़ी राहत दी गई है।
बेरोजगार छात्र-छात्राएं 15 से 30 जून तक शपथ पत्र जमा कर सकते हैं, जिसमें वे अपनी बेरोजगारी की स्थिति की पुष्टि करेंगे। बेरोजगारी का शपथ पत्र जमा करने के बाद, संबंधित छात्रों की ऋण वसूली अगले 6 माह के लिए स्थगित कर दी जाएगी।
BSCC योजना के तहत, उच्च शिक्षा के इच्छुक छात्रों को BSEFC के माध्यम से अधिकतम 4 लाख रुपए तक शिक्षा ऋण देने का प्रावधान है। इसमें पुरुष आवेदकों के लिए ब्याज दर 4% है, जबकि महिला, दिव्यांग, और ट्रांसजेंडर आवेदकों के लिए ब्याज दर 1% है। यह योजना छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपने करियर को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकें। लेकिन ऋण की राशि लौटाना भी छात्रों की जिम्मेदारी है, ताकि भविष्य में अन्य जरूरतमंद छात्रों को भी इसका लाभ मिल सके।