“RTO E-Challan” के नाम से वायरल हो रही APK फाइल से सावधान! औरंगाबाद के पत्रकार के मोबाइल से बिना अनुमति कई लोगों को भेजा गया संदिग्ध मैसेज

सावधान! औरंगाबाद – सोमवार सुबह शाहपुर, औरंगाबाद निवासी पत्रकार अमरेश कुमार के मोबाइल से उनके संपर्कों को अचानक “RTO E-CHALLAN (81).apk” नामक एक संदिग्ध फाइल का मैसेज भेजा गया। पत्रकार अमरेश कुमार का कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई मैसेज किसी को नहीं भेजा है और इसकी शिकायत उन्होंने तुरंत साइबर थाना में दर्ज कराई है।

क्या है मामला?

व्हाट्सएप पर सुबह-सुबह कई लोगों को “RTO E-CHALLAN” नामक APK फाइल मिली है, जिसके साथ कोई सूचना नहीं थी।यह फाइल आमतौर पर सरकारी चालान जैसी असली प्रतीत होती है, लेकिन यह एक ऐप इंस्टॉलेशन फाइल (.apk) है, जिसे खोलते ही फोन पर खतरनाक वायरस या मैलवेयर आ सकता है। फाइल खोलने पर फोन में “This file may be harmful” का वार्निंग मैसेज भी आता है।

पत्रकार ने क्या बताया?

पत्रकार अमरेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी को भी ऐसी कोई फाइल नहीं भेजी है।उन्होंने शक जाहिर किया कि उनका मोबाइल या व्हाट्सएप हैक किया गया हो सकता है।मामले की गंभीरता को देखते हुए यह शिकायत साइबर क्राइम थाने में दर्ज करा दी गई है। जनता के लिए सतर्कता संदेश ऐसी किसी भी अनजान APK फाइल को डाउनलोड या इंस्टॉल न करें, भले ही वह किसी जान-पहचान वाले के नंबर से आई हो।

इस तरह की फाइल फोन का डेटा चोरी कर सकती है या डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकती है। तुरंत सुझाव है कि ऐसे संदिग्ध मैसेज भेजने वाले नंबर्स को ब्लॉक करें, रिपोर्ट करें और अपने नंबर की सुरक्षा बढ़ाएं। साइबर विशेषज्ञों की सलाहअगर आपके मोबाइल में ऐसी कोई APK फाइल आती है तो उसे नजरअंदाज करें और इंस्टॉल न करें।किसी भी छुट्टन/फाइन, चालान आदि के नाम पर आई APK फाइल को लेकर सजग रहें—असली सूचना कभी भी इस रूप में नहीं भेजी जाती।अपने व्हाट्सएप को समय-समय पर अपडेट करें, टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखें और संदिग्ध गतिविधियां दिखे तो तुरंत साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों से संपर्क करें। इस खबर का मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना और सतर्कता फैलाना है ताकि आमजन ऐसे साइबर हमलों से सुरक्षित रह सकें।