औरंगाबाद में मोदी की गरज: “जंगलराज पर हमला” कहा –  एनडीए वही करता है जो कहता है !

शुक्रवार को औरंगाबाद के देव मोड़ पर आयोजित विशाल रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और RJD पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी से हार के कारण ढूंढ रहा है और जनता के सामने झूठे वादे पेश कर रहा है। मोदी ने स्पष्ट किया कि राजद के वादों पर भरोसा नहीं किया जा सकता और “जंगलराज वाले बच्चों” को रंगदार बनाकर भ्रम फैलाया जा रहा है।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग जंगलराज की वापसी नहीं चाहते। कांग्रेस और RJD केवल आश्वासन देते हैं, भरोसा नहीं। एनडीए वही करता है जो कहता है , चाहे व राम मंदिर का निर्माण , 370 की बात या ऑपरेशन सिंदूर की बात हो। विकास और स्थिरता ही बिहार का एजेंडा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में हुई 65 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान यह दर्शाता है कि जनता विकास और भरोसे की दिशा में मुखर है। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी अनुग्रह नारायण सिंह और जगदेव बाबू को मंच से श्रद्धांजलि भी दी।

मंच पर उपस्थित नेता

मंच पर पीएम मोदी के अलावा एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी त्रिविक्रम नारायण सिंह भी मौजूद रहे। त्रिविक्रम सिंह ने जनता को भरोसा दिलाया कि यदि उन्हें मौका मिलेगा तो वे स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, पर्यटन और रोजगार के क्षेत्र में विशेष योजनाएँ लागू करेंगे। उनका चुनावी नारा “सबका साथ‑सबका विकास” है और उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति “वादा नहीं बल्कि बदलाव” के माध्यम से होगी।

वहीं पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर कोयल परियोजना (कुटकु डैम) को पूरा करने के लिए मेरे अथक प्रयास पर सार्वजनिक रूप से मोहर लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हृदय से धन्यवाद और आभार।

मंच पर अन्य स्थानीय और राष्ट्रीय नेता भी मौजूद थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित नहीं रहे।

रैली में भारी संख्या में लोग जुटे, विशेषकर युवा, महिलाएं और किसान। रैली स्थल और आसपास के मार्गों पर सुरक्षा कड़ी की गई थी। SPG और स्थानीय पुलिस के साथ चेक‑पोस्ट, मेटल‑डिटेक्टर, ड्रोन निगरानी और ट्रैफिक‑मार्ग प्रबंधन जैसी तैयारियाँ की गई थीं। आपात चिकित्सा और त्वरित प्रतिक्रिया दल भी तैनात थे। पीएम मोदी ने इसे संकेत माना कि बिहार का नौजवान एनडीए के ईमानदार इरादों पर भरोसा कर रहा है।

2025 विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत यह रैली रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रही। एनडीए ने मगध प्रमंडल की 26 सीटों पर पकड़ मजबूत करने के लिए मंच का प्रयोग किया। वोटर रुझान एनडीए के पक्ष में दिखाई दे रहा है, जबकि विपक्ष के पास भरोसे का अभाव मुख्य चुनौती बना हुआ है। मंच पर त्रिविक्रम सिंह की मौजूदगी यह संकेत देती है कि गठबंधन और स्थानीय उम्मीदवार मिलकर रणनीतिक रूप से काम कर रहे हैं।

आज की रैली में भीड़, सुरक्षा और राजनीतिक संदेश तीनों एक साथ नजर आए। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि विकास, भरोसा और स्थिरता एनडीए का एजेंडा है और “जंगलराज” जैसी पुरानी स्थिति दोबारा नहीं लौटेगी। त्रिविक्रम सिंह की उपस्थिति और उनके विकास वचन मंच को और मजबूत बनाते हैं, जिससे आगामी मतदान में गठबंधन का मनोबल बढ़ेगा।