AURANGABAD- हैट-ट्रिक की राह पर आनंद शंकर सिंह — राहुल गांधी बोले, बिहार बदलेगा जनता के वोट से”


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में औरंगाबाद सीट इस बार भी सियासी सुर्खियों में है। कांग्रेस प्रत्याशी एवं दो बार के विधायक आनंद शंकर सिंह तीसरी बार जीत दर्ज कर “हैट-ट्रिक” बनाने के मिशन पर हैं। उन्हें मजबूती देने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी मंगलवार को औरंगाबाद पहुँचे और एक विशाल जनसभा में जनता से उनके पक्ष में मतदान की अपील की।

सभा में भारी भीड़ उमड़ी, जिसने स्पष्ट संकेत दिया कि आनंद शंकर सिंह के प्रति जनसमर्थन बरकरार है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा —
“यह चुनाव सिर्फ एक प्रत्याशी नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य का चुनाव है। जनता अगर साथ दे, तो औरंगाबाद विकास का मॉडल बन सकता है।”

सांसद अभय कुशवाहा भी उतरे मैदान में

आनंद शंकर सिंह के समर्थन में अब औरंगाबाद के मौजूदा सांसद अभय कुशवाहा भी गांव-गांव घूमकर जनसंपर्क कर रहे हैं। वे ग्रामीण इलाकों में चौपाल बैठकों, नुक्कड़ सभाओं और पदयात्राओं के माध्यम से जनता से कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं। कुशवाहा का कहना है — “आनंद शंकर सिंह ने औरंगाबाद के विकास को नई दिशा दी है, अब जनता उन्हें तीसरी बार मौका दे।”

उनकी सक्रियता से कांग्रेस खेमे में उत्साह और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा देखी जा रही है।

विकास और जनसंपर्क पर फोकस

आनंद शंकर सिंह ने अपने प्रचार अभियान में विकास, सड़क-सुविधा, शिक्षा और स्वास्थ्य को मुख्य मुद्दा बनाया है। उनका कहना है कि पिछले कार्यकालों में औरंगाबाद को बेहतर सड़क, पुल और शैक्षणिक संस्थान मिले हैं — अब लक्ष्य युवाओं के लिए रोजगार और औद्योगिक अवसर बढ़ाना है। वे हर पंचायत में जाकर मतदाताओं से सीधे संवाद कर रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर उनका नारा “विकास की गवाही, जनता की राय” तेजी से फैल रहा है।

जातीय और राजनीतिक समीकरण

औरंगाबाद सीट राजपूत बाहुल्य क्षेत्र मानी जाती है। यहाँ कांग्रेस और भाजपा दोनों की परंपरागत पकड़ रही है।आनंद शंकर सिंह की जातीय पहचान और क्षेत्रीय नेटवर्क उनके लिए लाभकारी है, जबकि विपक्षी गठबंधनों ने भी अपनी रणनीति मजबूत की है। मौजूदा समीकरणों में एनडीए, बसपा और निर्दलीय उम्मीदवारों की सक्रियता मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है।

राहुल गांधी का तीखा हमला

सभा में राहुल गांधी ने भाजपा-नीत एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा — “हम बिहार को शिक्षा और रोजगार का केंद्र बनाना चाहते हैं। 90% जनता जो अब तक अवसरों से वंचित रही है, उसका हक कांग्रेस दिलाएगी।” राहुल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “वर्तमान सरकार उन्हें असली मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है।”

सभा के दौरान “आनंद शंकर सिंह ज़िंदाबाद” और “कांग्रेस आएगी, खुशहाली लाएगी” के नारों से पूरा मैदान गूंज उठा।

माहौल और संभावनाएँ

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दो बार की जीत, विकास की छवि और अब सांसद अभय कुशवाहा के साथ आने से आनंद शंकर सिंह का ग्राफ ऊपर जा रहा है। हालांकि, जातीय समीकरण और विपक्ष की रणनीति अभी भी चुनौती बनी हुई है। फिलहाल, औरंगाबाद का माहौल कांग्रेस के पक्ष में झुकता नज़र आ रहा है — लेकिन अंतिम नतीजा प्रचार की धार और बूथ-प्रबंधन की मजबूती पर निर्भर करेगा।

निष्कर्ष:
राहुल गांधी की सभा और सांसद अभय कुशवाहा की सक्रियता ने कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह के अभियान को नई रफ्तार दी है। अब देखना यह है कि क्या जनता इस बार भी भरोसा दोहराती है और आनंद शंकर सिंह अपने “हैट-ट्रिक मिशन” को पूरा कर पाते हैं या नहीं।