आचार संहिता लागू होते ही जिला प्रशासन एक्शन मोड में, सरकारी और राजनीतिक प्रचार सामग्री हटाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी

औरंगाबाद, 06 अक्टूबर 2025: जिले में आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और प्रभावी रूप से आयोजित कराने के लिए आज समाहरणालय सभागार में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की संयुक्त अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी  श्रीकांत शास्त्री (भा.प्र.से.) एवं पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने की।

बैठक में जिलाधिकारी ने निर्वाचन कार्यों की समुचित तैयारी, आदर्श आचार संहिता लागू होने की स्थिति में आवश्यक कदम और विभिन्न प्रशासनिक व्यवस्थाओं के संबंध में सभी पदाधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य जिला प्रशासन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता गंभीर परिणाम दे सकती है।

जिलाधिकारी ने विशेष रूप से यह निर्देश दिए कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के तुरंत बाद जिले के सभी सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से संबंधित होर्डिंग, बैनर, पोस्टर, फ्लेक्स तथा अन्य प्रचार सामग्री हटवा दी जाए। इसके लिए विशेष निगरानी टीमों का गठन किया जाएगा, जो प्रतिदिन स्थल निरीक्षण कर अनुपालन की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। साथ ही किसी भी सार्वजनिक स्थल, भवन या बिजली के खंभों पर सरकारी या राजनीतिक विज्ञापन प्रदर्शित न होने चाहिए।

बैठक में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की तैनाती, आवास व्यवस्था, परिवहन, संचार सुविधा और सुरक्षा प्रबंधन की भी समीक्षा की गई। संबंधित अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को समय से पूर्ण करने और प्रशासनिक कठिनाइयों को रोकने के निर्देश दिए गए।

जिलाधिकारी ने निर्वाचन से संबंधित सभी कोषांगों – नामावली, प्रशिक्षण, परिवहन, सामग्री प्रबंधन, आईटी, विधि-व्यवस्था, संचार, स्वीप और कार्मिक – की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की और नोडल पदाधिकारियों को समयबद्ध कार्ययोजना तैयार करने एवं उसका पालन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य पारदर्शी, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध होना चाहिए और आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाना आवश्यक है।

बैठक के समापन पर जिलाधिकारी ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन जैसे दायित्वपूर्ण कार्य का सफलतापूर्वक निर्वहन टीम भावना, निष्ठा, तत्परता और पारस्परिक समन्वय से ही संभव है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने-अपने दायित्वों का उत्तरदायित्वपूर्वक पालन करने का आग्रह किया ताकि औरंगाबाद जिले में बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2025 का आयोजन शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में संपन्न हो सके।