रोहतास (डेहरी ऑन सोन):
मानसून की पहली फुहार ने ही डेहरी ऑन सोन नगर परिषद की सारी पोल खोल कर रख दी है। विकास के नाम पर किए गए करोड़ों रुपये के खर्च की सच्चाई सड़कों और गलियों में भरे गंदे पानी और बहती नालियों के रूप में सामने आ गई है। हालात इतने बदतर हैं कि नगर के न्यू एरिया वार्ड नं 16 में लोग अपने ही घरों में कैद होकर नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
हालात बताते हैं कि कुछ ही दिन पहले नगर परिषद ने धूमधाम से करोड़ों की लागत से नालियों का निर्माण कराया था। लेकिन जैसे ही पहली बारिश हुई, यह सारी व्यवस्था पानी-पानी हो गई। नालियों का पानी घरों में घुसने लगा, सड़कों पर गंदगी का अंबार लग गया और बदबू से वातावरण विषाक्त हो गया है। यही स्थिति अन्य वार्डों – जैसे वार्ड 14, 15, 17 आदि – में भी देखी जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद सिर्फ कागजी विकास करती है। गुणवत्ता की अनदेखी और भ्रष्टाचार की बू हर ओर महसूस हो रही है। लोगों ने बताया कि शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती, और हर साल ऐसी ही दुर्दशा होती है।
एक निवासी की प्रतिक्रिया:
“सरकार और नगर परिषद से सिर्फ वादे मिलते हैं, सुविधा नहीं। अब न नालियां साफ होती हैं, न पानी की निकासी होती है। बीमारी फैलने का डर अलग। क्या हम इसी दिन के लिए टैक्स भरते हैं?”
स्थानीय सामाजिक संगठनों और युवाओं ने इस स्थिति के खिलाफ जल्द आंदोलन की चेतावनी दी है और जिलाधिकारी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
निष्कर्ष:
पहली बारिश ही अगर नगर परिषद की पोल खोल दे, तो आने वाले समय में हालात कितने भयावह होंगे, यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। सवाल यह है कि हर साल जनता को इस नारकीय स्थिति से क्यों गुजरना पड़ता है, और जिम्मेदारों पर कार्रवाई कब होगी?