औरंगाबाद । जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने मंगलवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था, संचालन और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण की शुरुआत मॉडल अस्पताल स्थित ओपीडी कक्ष से की गई, जहां आंख, दंत एवं अन्य बाह्य विभागों का कार्य संतोषजनक पाया गया। हालांकि, उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अस्पताल का उद्घाटन हुए डेढ़ महीने से अधिक समय हो गया है, फिर भी लिफ्ट चालू नहीं हुई है। इस पर उन्होंने सिविल सर्जन को तत्काल कार्रवाई और विभागीय सूचना देने का निर्देश दिया।
महिला ओपीडी के निरीक्षण के दौरान चिकित्सक अश्वनी सिंह अनुपस्थित पाए गए। उपाधीक्षक ने जानकारी दी कि वे महिला वार्ड में हैं, लेकिन वे लेबर रूम में सुबह 10:00 बजे तक मौजूद नहीं थे। इस पर जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन से स्पष्टीकरण तलब करने को कहा।
प्रयोगशाला में दो लैब टेक्नीशियन कार्यरत पाए गए। कार्यभार की अधिकता को देखते हुए उपाधीक्षक को निर्देश दिया गया कि रोस्टर के अनुसार एक अतिरिक्त लैब टेक्नीशियन की ड्यूटी लगाई जाए।

हीट वेव वार्ड में निरीक्षण के दौरान एससी और कुलर की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, लेकिन जिला पदाधिकारी ने कॉरिडोर में अतिरिक्त कुलर लगाने का भी निर्देश दिया।
लेबर वार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया कि अब तक केवल चार सिजेरियन ऑपरेशन हुए हैं। इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए उन्होंने अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर में स्पष्ट रूप से बैनर लगाकर यह जानकारी दी जाए कि यहां निशुल्क सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अलावा SNCU, चाइल्ड वार्ड, सामान्य वार्ड, इमरजेंसी वार्ड और ICU सहित सभी वार्डों में मरीजों से फीडबैक लिया गया। मरीजों से साफ-सफाई, जांच, दवा और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली गई।
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन, डीपीएम स्वास्थ्य अनवर आलम, अस्पताल प्रबंधन टीम और अन्य चिकित्सक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।