औरंगाबाद : समाहरणालय के योजना भवन में दुर्गा पूजा-2024 के मद्देनजर शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री और पुलिस अधीक्षक अम्ब्रिश राहुल ने की। इस बैठक में जिला और अनुमंडल स्तर के पदाधिकारी तथा पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के मुख्य निर्देश
1. शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश:
जिला पदाधिकारी ने कहा कि संबंधित अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी पूजा समितियों से आईडी प्रूफ लेकर उन्हें लाइसेंस जारी करें।
DJ का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी अंचल अधिकारियों और थानाध्यक्षों की होगी।
2. पूजा पंडालों के निर्माण:
पंडाल का निर्माण किसी विवादित स्थल पर नहीं होना चाहिए और उसकी ऊँचाई भी सीमित रखी जाए।
सभी पंडालों में CCTV कैमरे लगाए जाने की आवश्यकता है।
3. सुरक्षा व्यवस्था:
जुलूस के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।
झाकियों में किसी वर्ग या समुदाय की भावना को ठेस नहीं पहुँचाना चाहिए।
मूर्ति विसर्जन 12 से 14 अक्टूबर के बीच किया जाएगा।
4. विद्युत व्यवस्था:
विद्युत आपूर्ति प्रमंडल को पंडालों में लगे उपकरणों की जांच कराने और लटकते तारों को हटाने का निर्देश दिया गया।
5. आपातकालीन सेवाएं:
अग्निशमन विभाग को सतर्क रहने और पंडालों में पानी और बालू उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
6. ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी:
अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में मूर्तियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया।
7. सामाजिक मीडिया पर निगरानी:
पुलिस अधीक्षक ने सोशल मीडिया पर नजर रखने और विवादित स्थलों की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए थाना प्रभारी को निर्देशित किया।
8. वालंटियर और सुरक्षा:
पूजा समितियों को 20-20 वालंटियर्स के आधार कार्ड और फोटोग्राफ जमा करने का निर्देश दिया गया।
बैठक के अंत में पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि डीजे का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
इस बैठक में सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे और सभी ने शांति और सुरक्षा बनाए रखने का संकल्प लिया।