FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK
औरंगाबाद जिले में दुर्गा पूजा के अवसर पर विभिन्न पूजा पंडाल निर्माताओं को अग्निशमन विभाग के द्वारा सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिससे कि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घट सके । जिला अग्निशाम पदाधिकारी विनय कुमार के निर्देश पर अधिकारी सभी पूजा पंडालों में घूम घूम कर निरीक्षण कर रहे है। अग्निशमालय पदाधिकारी औ मनोज कुमार परवाना ने बताया कि सुरक्षा के लिए सभी पूजा पंडाल निर्माता को दिशा निर्देश दिए गए हैं जिनमे आदेश दिया गया है कि सभी निर्माता पंडाल के प्रत्येक 100 वर्ग मीटर स्थान पर अग्निशमन यंत्र 09 लीटर क्षमता वाली अवश्य लगाएं। रेलवे लाइन ,विधुत सब-स्टेशन, चिमनी या भट्टे से कम से कम 15 मीटर की दूरी पर ही पंडाल का निर्माण करें। पंडाल के चारो तरफ 4-5 मीटर खुला स्थान रखे। प्रत्येक पंडाल के लिए अलग से फ्यूज सर्किट ब्रेकर लगाये जाये।बिजली की तार को अच्छे से टेपिंग करे। हवन कुण्ड के पास 04 (1000 लीटर) बड़े ड्रम पानी बाल्टी एवं मग के साथ अवश्य रखें।
स्थानीय अग्निशमन केन्द्र का टेलीफोन नम्बर जगह- जगह अवश्य प्रदर्शित करें। रावण दहन वैसी जगह की जाय जहाँ पर पर्याप्त जगह हो। उसके लिए एक सुरक्षा घेरा बनाया जाय। पंडाल 03 मीटर से कम ऊँचाई का न लगाए। पंडाल बनाने मे सिन्थेटिक सामग्री से बने कपड़े या रस्सी का प्रयोग न करे। पंडाल बिजली की लाईन के नीचे किसी भी दशा मे न लगाये। किसी भी स्थिति में बिजली तार को खुला न रखे। किसी भी स्थिति में लाईट हेतु मोमबती, दिया आदि प्रयोग न करें आग लगने पर 101 डायल करें। हैलोजन लाईट का प्रयोग पंडाल के अन्दर न करे।पंडाल परिसर मे धुमपान न करे। पंडाल के अन्दर हवन कुण्ड का प्रयोग न करे। यदि अतिआवश्यक हो तो पंडाल से बाहर एवं खुले सुरक्षित स्थान पर किया जाए। वहीं जागरूकता के लिए पम्पलेट भी वितरित किया गया । इस मौके पर मनोज कुमार परवाना ,कुंदन कुमार,अग्नि चालक अरबिंद मौजूद रहे।