AURANGABAD : राष्ट्रीय लोक अदालत में 1338 वाद का हुआ निष्पादन, पांच करोड़ का कराया गया समझौता


राष्ट्रिय लोक अदालत के साथ साथ स्वास्थ विभाग ने लगाया स्वास्थ जाँच शिविर

शनिवार को विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी अपर जिला सत्र न्यायाधीश सुनिल कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार पाठक, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर, जिला विधि संघ के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह के द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर विधिवत उद्घाटन किया। इस उद्घाटन समारोह में न्यायिक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, तथा अन्य विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें। उद्घाटन समारोह का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के रिटेनर अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह का स्वागत सम्बोधन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने किया और आये हुए आगांतुकों का स्वागत किया साथ ही सचिव ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा अधिक से अधिक लोग लें सचिव प्रणव शंकर ने अपने संबोधन में इस राष्ट्रिय लोक अदालत के सफल होने और आम लोगो के बिच इसके प्रति जागरूक करने के लिए मिडिया की भूमिका को सराहा और कहा की उनके साथ का असर है की आज राष्ट्रिय लोक अदालत का प्रचार प्रसार हर घर तक पंहुचा है और लोग स्वत: आकर भी अपने वाद का निस्तारण करवाने में रूचि ले रहे है।

राष्ट्रिय लोक अदालत में निष्पादित होने वाले वादों के पक्षकारो को जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा राष्ट्रिय ध्वज भेट स्वरुप प्रदान किया। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वादकारियों से कहा की आप यहां आये हैं इसलिए आपसे सम्बन्धित वादों को हर संभव समझौता के आधार पर निस्तारण करने का प्रयास किया जायेगा, उन्होंने सम्बन्धित बेंच को यह निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति जो न्याय की उम्मीद से यहां आयें हैं उन्हें निराशा हाथ नहीं लगनी चाहिए और सभी वक्ताओ ने अपने संबोधन में कहा कि ऋण वाद और मोटर दुर्घटना वाद के निष्पादन में मानवीय दृष्टिकोण बैंक और इन्सुरेंस कंपनियों को अपनाने की जरूरत है ताकि अधिक से अधिक लोगो को इसका लाभ मिल सके। साथ ही साथ उन्होंने उपस्थित सभी न्यायिक व्यवस्था से जुड़े लोगो से अपील किया की वे अगर प्रतिदिन अपने कार्य समय में 15 मिनट अधिक वैसे लोगो के लिए निकालें जिनका काम समयाभाव के कारण नही हो पाया हो और वे बुजुर्ग या बहुत दूर से आयें हों तब उनका कार्य भी हो जाएगा और अगर देखा जायेगा तो महीने में 2 से 4 दिन अतिरिक्त का लोगो को अतिरिक्त सहायता करते हुए न्यायिक कार्य हो जायेगा। राष्ट्रीय लोक अदालत की मुख्य विशेषता यह रहा की राष्ट्रीय लोक अदालत के साथ साथ स्वास्थ जाँच शिविर का आयोजन विधिक सेवा सदन में किया गया था जिसमे सुगर, विपी, कोरोना जांच, कोरोना टीकाकरण, दवा का वितरण,इत्यादि प्रमुख सुविधावों से वादकारियों के साथ साथ सभी उपस्थित लोगो ने लाभ उठाया| स्वास्थ शिविर सिविल सर्जन के नेतृत्व में डॉ कनक लता कुमारी, डॉ. शरमद आलम, चिकित्साकर्मी राज कुमार यादव, प्रियंका वर्मा, अंजू प्रकाश सिन्हा, बबली, प्रमिला, नेहा, अर्चना, पूजा, रिंकू, तथा चिकित्सा शिविर का व्यवस्थापक मंटू कुमार इत्यादि ने स्वास्थ जाँच में अहम योगदान दे कर 145 लोगो का स्वास्थ जाँच, शुगर जाँच 130 लोगो को हीमोग्लोबिन जाँच 25 के साथ साथ 6 लोगो को बेहतर चिकित्सा हेतु रेफर किया गया इसके अतिरिक्त 32 लोगो को बूस्टर डोज़ के साथ साथ कोविड का टिका लगाया।


राष्ट्रीय लोक अदालत में आज मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित 08 वादों में कुल 64.30लाख रूपये का समझौता कराया गया। जिसमे सभी की भूमिका बेहद ही सराहनीय रही। पारिवारिक मामलें से सम्बन्धित 11 वाद, इजराय वाद 2 में 07 लाख 26 हजार का समझौता, आपराधिक सुलहनीय मामलें से सम्बन्धित 179 वाद, टेलीफ़ोन के 2 मामलों में 5 हजार का समझौता, माप तौल ले 9 मामला 45 हजार इसके साथ साथ अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से सबन्धित 380 वाद तथा बैंक ऋण से सम्बन्धित 756 मामलें का निस्तारण करते हुए कुल 4 करोड़ 2 लाख रूपये पक्षकारो को राहत दिया गया इस तरह कुल 1338 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल लगभग 5 करोड़ रूपये का समझौता कराया गया। इस पुरे राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन को सफल बनाने में प्राधिकार के कर्मी सुनील कुमार सिंह, परसुराम कुमार सिंह, संजय कुमार, टेक्निकल स्टाफ सुनील कुमार सिन्हा, अर्पणा सहाय और सहयोगी नवरतन कुमार, गीता कुमारी, कुंदन कुमार की भूमिका भी सराहनीय रही।