FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK
औरंगाबाद जिले में गुरुवार को परिजनों के सूझबूझ से एक मासूम बच्ची मानव तस्करी का शिकार होने से बच गयी। मामला नगर थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले से जुड़ा है । जहां एक 8 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर मुंबई भेजने की तैयारी की जा रही थी तभी परिजनों की सूझबूझ से बच्ची को डेहरी ऑन-सोन स्टेशन से तस्करों से छुड़ा लिया गया । वहीं इस कांड में शामिल एक महिला व एक युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। तस्करों में शामिल युवक शाहगंज निवासी मो.जावेद व कनबेहरी गांव निवासी महिला संजू देवी बताई जाती है । मिली जानकारी के अनुसार बच्ची बुधवार की शाम अचानक घर से बाहर गयी थी, परन्तु वह देर रात तक घर नही लौटी । परिजनों ने काफी खोजबीन किया पर उसका कहीं अतापता नही चल पाया। तभी किसी ने परिजनों को बताया कि बच्ची को जावेद के साथ देखा है। जानकारी होने पर परिजन जावेद के घर जाकर पूछताछ की। पहले तो जावेद ने बच्ची के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर गया। जब लोगों ने सख्ती दिखाई तब उसने बताया कि बच्ची को फुसलाकर उसे बेहोशी की दवा सुंघाई और संजू देवी को सौप दिया है।
संजू उसे डेहरी ऑन सोन से गुरुवार की सुबह मुंबई मेल से मुंबई ले जाने वाली है। परिजन जावेद को अपने साथ लेकर बच्ची को बरामद करने के लिए डेहरी ऑन-सोन पहुंच गए । वहां भी परिजनों को चकमा देने की कोशिश की गयी ,लेकिन उसकी चालाकी काम नही आई और मुंबई मेल के आने से कुछ देर पहले ही बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया गया। परिजनों ने बताया कि महिला ने बच्ची को मास्क पहना रखा था और कपड़े से ढक रखा था।ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके। बच्ची ने जैसे ही अपने मामा को देखा वह दौड़कर उससे लिपट गई। इधर परिजनों ने महिला संजू देवी एवं जावेद को पकड़कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। इस मामले में एएसपी नभ वैभव ने बताया कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और 12 घंटे के भीतर ही मामले को शॉट आउट कर दो अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। वहीं बच्ची के अपहरण करने के मामले दोनो को जेल भेज दिया गया है ।