औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले में आज जितिया पर्व के दिन हृदयविदारक घटनाओं में 8 बच्चों की मौत से गांवों में मातम छा गया है। दोनों घटनाएं मदनपुर और बारुण प्रखंड में हुईं, जहां बच्चे तालाब में नहाने के दौरान डूब गए। माताएं, जिन्होंने अपने बच्चों की सलामती के लिए उपवास रखा था, उनकी मौत की खबर से गांव में चीत्कार मच गया। घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया।
मदनपुर के कुशहा गांव में 4 बच्चों की मौत:
मदनपुर प्रखंड के कुशहा गांव में जितिया पर्व के दौरान आहर (तालाब) में नहाने के दौरान चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना बुधवार शाम की है। मृतकों की पहचान सोनाली कुमारी (13), नीलम कुमारी (12), अंकज कुमार (8) और राखी कुमारी (15) के रूप में हुई है। ये सभी बच्चे आहर में नहाने के दौरान गहरे दलदल में फंस गए और डूब गए। ग्रामीणों की मदद से बच्चों को बाहर निकाला गया और तुरंत सीएचसी मदनपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
बारुण प्रखंड के इटहट में 4 बच्चों की मौत:
दूसरी घटना बारुण प्रखंड के इटहट गांव में घटी, जहां तालाब में नहाने के दौरान चार और बच्चों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में चुलबुल कुमारी (12), निशा कुमारी (10), अंकू कुमारी (10) और अंशिका कुमारी (10) शामिल हैं। गांव में शोक का माहौल व्याप्त है और पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है।
ग्रामीणों का दावा: तालाबों की उड़ाही से बना दलदल बना हादसे का कारण:
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों तालाबों की हाल ही में उड़ाही की गई थी, जिससे पानी के अंदर दलदल बन गया था। बच्चे उसी दलदल में फंसकर डूब गए। पिछले वर्ष भी जितिया पर्व के दौरान डूबने की घटना हुई थी, लेकिन इसके बावजूद बच्चों को तालाब में नहाने जाने से नहीं रोका गया।
डीएम और मुख्यमंत्री ने जताया शोक:
घटना की जानकारी मिलते ही औरंगाबाद के डीएम श्रीकांत शास्त्री ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी X हैंडल पर शोक व्यक्त किया और परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।