गृह विभाग के सचिव ने की जिले में अल्प वर्षापात के कारण संभावित सुखाड़ की स्थिति में तैयारियों की समीक्षा

FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, सह औरंगाबाद जिला प्रभारी सचिव चैतन्य प्रसाद द्वारा गुरुवार को जिला योजना भवन के सभागार में अल्प वर्षापात के कारण संभावित सुखाड़ के मद्देनजर विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की गई।

जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह द्वारा बताया गया कि जिले में ओबरा, कुटुंबा, बारुण एवं अन्य क्षेत्रों जहां पर नहर का पानी उपलब्ध है में रोपनी की जा रही है। अपर मुख्य सचिव द्वारा कंटिंजेंसी प्लान के बारे में पृच्छा किए जाने पर बताया गया कि विभाग को वैकल्पिक फसल हेतु बीज की अधियाचना उपलब्ध करा दी गई है जिसके तहत 2035 क्विंटल मक्का, 2450 क्विंटल अरहर, 240 क्विंटल सरसों, 580 क्विंटल तोरिया, 230 क्विंटल मटर इत्यादि की मांग की गई है। बताया गया कि डीजल अनुदान योजना के तहत अब तक 36 आवेदन प्राप्त हुए हैं एवं पेट्रोल पंप द्वारा पंजीकृत किसानों को ही डीजल अनुदान का लाभ दिया जाएगा। 29 जुलाई से इसके लिए आवेदन प्राप्त किया जा रहा है।

कार्यपालक अभियंता विद्युत द्वारा बताया गया कि इस जिले में कुल 16 मेन कृषि फीडर है जिसमें 8 घंटे की बजाय 16 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इसके अतिरिक्त जो ट्रांसफार्मर जल रहे हैं उनकी मरम्मत कराई जा रही है। कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई विभाग द्वारा बताया गया कि इस जिले में कुल 119 राजकीय नलकूप है जिसमें से 56 कार्यरत है एवं शेष की मरम्मत हेतु डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजा गया है। अपर मुख्य सचिव महोदय द्वारा पृच्छा किए जाने पर बताया गया कि लगभग 28 नलकूप ऐसे हैं जिसमें छोटी मोटी मरम्मत की आवश्यकता है जिसे यथाशीघ्र ग्राम पंचायतों के माध्यम से मरम्मती करा कर सुलभ कराने का निर्देश दिया गया है।

कार्यपालक अभियंता, सोन उच्च स्तरीय नहर कैनाल उमेश मुखिया द्वारा बताया गया कि सोन उच्चस्तरीय नहर कैनाल द्वारा कुल 103812 हेक्टेयर क्षेत्र में से सिंचाई कराई जाती है जिसमें से अभी तक 53014 हेक्टेयर में रोपनी हो चुकी है परंतु 63634 हेक्टेयर भूमि अभी भी अनाच्छादित है। जिसमें अगले 1 सप्ताह के भीतर रोपनी होने की संभावना है। कार्यपालक अभियंता, उत्तर कोयल नहर प्रमंडल द्वारा बताया गया कि लगभग 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपनी की गई है परंतु शेष में अभी बाकी है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि औरंगाबाद जिले में सभी ऑटोमेटिक रेन गेज एवं ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन कार्यरत हैं। बताया गया कि जनवरी से लेकर अब तक कुल 159.5 एमएम वर्षा हुई है एवं अगस्त में अब तक मात्र 33 एमएम ही वर्षा हुई है।

जिला पदाधिकारी द्वारा जिला उद्यान पदाधिकारी को संभावित सुखाड़ के मद्देनजर किसानों के बीच बागवानी जैसे वैकल्पिक फसल की पैदावार को बढ़ाने हेतु प्रेरित करने का निर्देश दिया गया।

सहायक निदेशक, रसायन, कुणाल कुमार द्वारा बताया गया कि किसानों के बीच सॉइल हेल्थ कार्ड का वितरण भी किया गया है एवं किस फसल के लिए किस प्रकार के खाद एवं कितनी मात्रा की आवश्यकता है इसकी जानकारी भी दी जा रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक कुल 3500 सोयल हेल्थ कार्ड का वितरण किया जा चुका है। अपर समाहर्ता द्वारा बताया गया कि पंचायत जांच के दौरान नबीनगर में उत्तर कोयल नहर वाले क्षेत्र जैसे जोबे पंचायत में रोपनी हुई है। परंतु नाऊर पंचायत में ग्रामीणों द्वारा अभी तक रोपनी नहीं की गई है।कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल द्वारा बताया गया कि लोक स्वास्थ्य प्रमंडल विभाग द्वारा कुल 694 वार्ड में नल जल योजना बनाई गई है जिसमें से 688 कार्यरत हैं। औरंगाबाद जिले में ग्राउंड वाटर लेवल 40 फीट तक जा चुका है एवं कहीं-कहीं जैसे नबीनगर के कुछ इलाकों में 70 फीट तक जा चुका है।

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि औरंगाबाद जिले के पहाड़ी क्षेत्र एवं अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र तरी एवं लघुराही में कैंप लगाकर ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं यथा राशन कार्ड, पेंशन, आधार कार्ड, चापाकल मरम्मती कार्य, बैंक खाता, स्वास्थ्य सुविधा इत्यादि लाभ दिए जा रहे हैं। फिलहाल यह कैंप निमा आजन पंचायत में लगाया गया है। जिसपर अपर मुख्य सचिव द्वारा इस कार्य को सराहा गया एवं कैंप के माध्यम से दूर-दराज के इलाकों में सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का निर्देश दिया गया।

इसके पश्चात अपर मुख्य सचिव द्वारा बारुण प्रखंड के सीरीस में अवस्थित कृषि विज्ञान केंद्र का स्थल निरीक्षण किया गया। इस दौरान वरीय वैज्ञानिक डॉक्टर नित्यानंद द्वारा इस वर्ष अल्प वर्षापात के दौरान हुए वर्षा की जानकारी एवं वैकल्पिक फसलों के पैदावार की संभावना की जानकारी दी गई। साथ ही इस केंद्र पर किए जा रहे प्रयोग एवं दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी गई। अपर मुख्य सचिव द्वारा इस केंद्र के माध्यम से किसानों को ससमय जानकारी देने का निदेश दिया गया।

इस अवसर पर अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा, उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, प्रभारी जिला परिवहन पदाधिकारी बाल मुकुंद प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत, अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर अनुपम सिंह, अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रियव्रत रंजन, वरीय उप समाहर्ता फतेह फैयाज, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार सिंह, वरीय उप समाहर्ता अनिशा भारती, डीएमडब्ल्यूओ नीलम मिश्रा, डीपीओ आईसीडीएस रचना, डीपीओ राजीव रंजन, कार्यपालक अभियंता विद्युत, जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह, कार्यपालक अभियंता सोन उच्च स्तरीय नहर प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता उत्तर कोयल नहर प्रमंडल एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।