औरंगाबाद शहर को “Horn Free” बनाने की मुहिम: वाहनों में हॉर्न का उपयोग न कर शांति, स्वच्छता और स्वास्थ्य की ओर एक कदम

औरंगाबाद : जिला परिवहन पदाधिकारी, औरंगाबाद ने शनिवार शाम को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने शहरवासियों से अनुरोध किया कि वे अनावश्यक रूप से वाहन हॉर्न का उपयोग न करें। इस कदम का उद्देश्य शहर में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना और स्वच्छ, शांत वातावरण का निर्माण करना है।

विज्ञप्ति के अनुसार, हर रविवार को शहर को “Horn Free” रखने का संकल्प लिया गया है। इस पहल के तहत, सभी वाहन मालिक और चालक यह सुनिश्चित करेंगे कि वे इस दिन अपने वाहनों के हॉर्न का उपयोग न करें। इस तरह की एक छोटी सी जिम्मेदारी शहरवासियों के लिए शांति और ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण में अहम भूमिका निभाएगी।

जिला परिवहन पदाधिकारी का संदेश:

जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा, “यह अभियान केवल एक शुरुआत है। हमें अपने और अपने आसपास के वातावरण को शांति और स्वच्छता प्रदान करने की जिम्मेदारी महसूस करनी चाहिए।” उन्होंने सभी वाहन मालिकों और चालकों से अपील की कि वे इस अभियान में पूरी तरह से सहयोग करें और इसे सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।

यह कदम न केवल ध्वनि प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि इससे शहर में प्रदूषण स्तर में भी कमी आएगी, जिससे नागरिकों का स्वास्थ्य बेहतर होगा। इस पहल से औरंगाबाद शहर को एक बेहतर, शांत और स्वच्छ वातावरण मिलेगा, जो सभी के लिए एक सुखद अनुभव होगा।

नागरिकों का योगदान:

इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर नागरिक का योगदान आवश्यक है। यदि सभी लोग इस सरल उपाय को अपनाते हैं, तो यह औरंगाबाद शहर को एक आदर्श शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

आगे का रास्ता:

जिला प्रशासन इस मुहिम को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, ताकि औरंगाबाद को देश के सबसे स्वच्छ और शांत शहरों में से एक बनाया जा सके।

हर रविवार को हॉर्न न बजाने का संकल्प लेकर हम औरंगाबाद को एक आदर्श शहर बना सकते हैं, जो शांति और स्वास्थ्य के साथ-साथ एक स्वच्छ और प्रदूषण-मुक्त वातावरण का प्रतीक बनेगा।