बिहार चुनाव 2025: मतदान पूरा — अब समीकरणों का खेल शुरू, 10वीं बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार?

Friends Media & Media Research | पटना/बिहार- विशेष रिपोर्ट

मतदान संपन्न, अब नजर सत्ता की गद्दी पर

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान अब पूरा हो चुका है। राज्य में औसतन 66.9 % मतदान दर्ज हुआ — जो पिछले चुनाव की तुलना में लगभग 9 % अधिक है। इतना उत्साहपूर्ण मतदान बिहार की राजनीति में नया संकेत दे रहा है। अब सवाल यही है —
क्या नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे या इस बार जनता बदलाव लिखेगी?

जातिगत समीकरण — पुराने फार्मूले पर नई बाज़ी ,बिहार की राजनीति में जातीय गणित आज भी निर्णायक है।

कुर्मी-कोइरी वोट बैंक अब भी नीतीश कुमार की सबसे बड़ी ताकत हैं।

यादव-मुस्लिम गठजोड़ (MY Factor) महागठबंधन की रीढ़ बना हुआ है।

भाजपा को ऊँची जातियों (ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत) का स्थायी समर्थन प्राप्त है।

वहीं दलित और महादलित वोटर इस बार दोनों गठबंधनों के लिए निर्णायक भूमिका में हैं।

महिला मतदाता — “साइलेंट गेम-चेंजर”

महिला मतदाताओं ने इस बार इतिहास रच दिया। कई जिलों में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट डाले। नीतीश कुमार की महिला सशक्तिकरण योजनाएँ, पारिवारिक सुरक्षा, और आरक्षण नीतियाँ ने महिलाओं के बीच उनका भरोसा फिर से मजबूत किया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि महिला वोट NDA को अतिरिक्त लाभ दे सकता है।

युवा मतदाता — नई उम्मीद या पुरानी नाराजगी?

18 से 25 वर्ष के करीब 28 लाख नए वोटरों ने पहली बार मतदान किया। यह वर्ग रोजगार, शिक्षा और पलायन जैसे मुद्दों पर वोट कर रहा है। तेजस्वी यादव ने युवाओं को “नौकरी और नया बिहार” का नारा दिया, जबकि भाजपा-JDU गठबंधन ने “स्थिरता और अनुभव” पर भरोसा जताया। युवा वर्ग की यह दिशा अंतिम नतीजों में निर्णायक होगी।

क्षेत्रवार वोटिंग प्रतिशत व पैटर्न

क्षेत्र प्रमुख जिले औसत मतदान % मुख्य झुकाव

मगध-दक्षिण बिहार गया, औरंगाबाद, नवादा 65–68 % NDA को हल्की बढ़त
सीमांचल-पूर्वी बिहार किशनगंज, कटिहार, अररिया 62–64 % महागठबंधन मजबूत
उत्तर मध्य बिहार दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर 67 % कांटे की टक्कर,पश्चिम बिहार भोजपुर, बक्सर, रोहतास 64 % NDA और RJD दोनों बराबर,शहरी/मेट्रो क्षेत्र पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर 60–62 % BJP-NDA को बढ़त

राजनीतिक समीकरण — NDA बनाम महागठबंधन

NDA (भाजपा + JDU) को ग्रामीण और महिला वर्ग में लाभ दिख रहा है।

महागठबंधन (RJD + INC + वाम) सीमांचल और युवाओं में मजबूत बना हुआ है।

अन्य दल (LJP, AIMIM, निर्दलीय) 10–15 सीटों तक असर डाल सकते हैं,
जिनकी वजह से कई सीटों पर नतीजा त्रिकोणीय मुकाबले में बदल सकता है।

क्या नीतीश कुमार बनाए रखेंगे “10वां ताज”?

नीतीश कुमार अब तक 9 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। अगर इस बार भी NDA बहुमत में आता है, तो यह उनकी 10वीं शपथ होगी —जो भारतीय राजनीति में एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड होगा। वहीं, तेजस्वी यादव इस बार युवाओं और ग्रामीण वोटरों के बीच “बदलाव का चेहरा” बनकर उभरे हैं। मुकाबला अब साफ तौर पर “अनुभव बनाम ऊर्जा” बन गया है।

निष्कर्ष: जनता के फैसले की घड़ी

इतिहास-निर्माण और सत्ता-परिवर्तन के बीच बिहार एक बार फिर मोड़ पर खड़ा है।
महिलाओं, युवाओं और क्षेत्रीय समीकरणों के इस संगम ने चुनाव 2025 को बेहद रोमांचक बना दिया है।

अब सबकी नजर मतगणना पर —
क्या नीतीश कुमार फिर से इतिहास रचेंगे,
या बिहार में एक नया अध्याय शुरू होगा?

रिपोर्ट: Friends Media & Media Research “हम तथ्य नहीं तोड़ते, उन्हें जोड़ते हैं।”