औरंगाबाद । वाराणसी-कोलकाता खण्ड के 4/6 लेन पथ निर्माण परियोजना के अंतर्गत नवीनगर अंचल के अधिग्रहित मौजों में रैयतों को मुआवजा भुगतान में तेजी लाने के लिए जिला पदाधिकारी ने एक विशेष शिविर के आयोजन का निदेश दिया है। यह शिविर 01 अगस्त 2024 को नवीनगर अंचल कार्यालय कैम्पस में आयोजित किया जाएगा।
इस विशेष शिविर का मुख्य उद्देश्य अर्जनाधीन भूमि के रैयतों को एल०पी०सी (लैंड पूजेशन सर्टिफिकेट) बनाने, खाता/खेसरा अपडेट करने, और नोटिस में अंकित गलत खाता/खेसरा का सुधार करना है। इस शिविर में रैयतों को एल०पी०सी जारी करने की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाएगी।अधिग्रहित मौजा से संबंधित खाता/खेसरा को अपडेट किया जाएगा।
नोटिस में अंकित किसी भी गलत खाता/खेसरा की जानकारी को सही किया जाएगा। रैयतों से मुआवजा भुगतान के लिए आवश्यक आवेदन प्राप्त किए जाएंगे और उनकी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
उक्त कैम्प में संबंधित राजस्व कर्मचारी, अंचल निरीक्षक, जमाबंदी पंजी एवं अन्य दस्तावेजों के साथ उपस्थित रहेंगे। परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, औरंगाबाद अपने स्तर से परियोजना के कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करेंगे।
रैयतों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
अंचल अधिकारी, नवीनगर को निदेश दिया गया है कि वे संबंधित मौजों के हितबद्ध रैयतों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ कैम्प में उपस्थित होने की सूचना देने हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करें। रैयतों से केवाला/खतियान, लगान रसीद, बैंक पासबुक, आधार कार्ड की छायाप्रति, एल०पी०सी० एवं अन्य वैध दस्तावेज प्राप्त करना सुनिश्चित किया जाएगा।
भारत माला परियोजना के तहत नवीनगर अंचल में आयोजित यह विशेष शिविर रैयतों को मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने और उन्हें आवश्यक दस्तावेजों की प्राप्ति में मदद करेगा। इस कदम से रैयतों को समय पर और सही मुआवजा प्राप्त हो सकेगा, जिससे परियोजना कार्यों में भी तेजी आएगी।