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आजादी के अमृत महोत्सव पर औरंगाबाद जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न प्रयासों को रेखांकित किया गया तथा उनमें से कुछ एक को अनूठा और उत्साहजनक बताया गया। जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सदर अस्पताल, औरंगाबाद में मरीजों एवं उनके परिजनों को स्वच्छ एवं पौष्टिक खानपान की सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित ‘दीदी की रसोई’ वास्तव में एक प्रयोग के रूप में शुरू की गई थी। इस शुरुआत के पूरे एक साल बाद जो सकारात्मक नतीजे आए वह काफी उत्साहजनक हैं. दीदी की रसोई नामक पहल का सार्थक परिणाम आया है तथा एक साल में सेवा प्रदाता जीविका समूह को तीन लाख रुपये का मुनाफा प्राप्त हुआ है।
साथ ही यह जानकारी दी गई थी अब तक यह व्यवस्था सिर्फ जिला अस्पताल में थी लेकिन स्वास्थ्य विभाग एवं आजीविका समूह दोनों के बीच अन्योन्याश्रय लाभ को देखते हुए यह व्यवस्था अब दाऊदनगर स्थित अनुमंडलीय अस्पतालों में भी की जाएगी। बेहतर फीडबैक मिलने के बाद इस व्यवस्था का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है और एक -दो महीने के अंदर दाउदनगर और मंडलीय अस्पताल में भी दीदी की रसोई जल्द ही प्रारंभ हो जाएगी।
इस क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिला अंतर्गत रेफरल सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए कल्याणकारी सरकार द्वारा बारह अति आधुनिक एंबुलेंस प्राप्त हुए हैं। प्राप्त एंबुलेंस में से आठ एडवांस लाइफ सपोर्ट तथा चार बेसिक लाइफ सपोर्ट किस्म के हैं. इन सभी एंबुलेंसों को पंद्रह अगस्त के अवसर पर जिले के विभिन्न संस्थानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। उपलब्ध कराए गए एंबुलेंस के द्वारा जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में बसर करने वाले लोगों को रेफरल सेवाएं प्रदान करने में निःसंदेह सहूलियत होगी।
जिला पदाधिकारी द्वारा कोरोना के प्रबंधन में लगे प्रबंधकों, चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों के कार्यों की तारीफ की गई। इस क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने बड़ी जीवटता का परिचय दिया है और शुरुआत में कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, हॉस्पिटल एवं आइसोलेशन सेंटर मैनेजमेंट और अब तक टीकाकरण के कार्य में लगातार लगे हुए हैं। यह उल्लेखनीय है कि जिले की विस्तृत आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य सरकार द्वारा दिए गए समय सीमा के अंतर्गत प्राप्त किया जा रहा है। पहले एवं दूसरे डोज़ के साथ-साथ प्रिकॉशन डोज़ के लक्ष्य को पूरा प्राप्त करने के लिए संकल्पित चिकित्सा विभाग की टीम पूर्ण मनोयोग से लगी हुई है। जिले का प्रदर्शन राज्य स्तर पर सराहनीय एवं अग्रगण्य रहा है।