AURANGABAD: महाराष्ट्र से सात वर्ष पूर्व गायब युवक मिला औरंगाबाद में ,परिवार को देख खुशी से झूम उठा शख्स

FRIENDS MEDIA- BIHAR DESK

महाराष्ट्र के रहने वाला युवक सात वर्ष पूर्व अपने घर से गुम हो गया था। जिसके बाद परिजन लगातार खोजबीन करने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कराई थी। फिर भी जब नहीं मिल सका तो थकहार कर आशा छोड़ दिए थे, लेकिन फिल्मी अंदाज में वह शख्स परिजनों को सात वर्ष बाद औरंगाबाद में मिला है । सूचना पाकर पहुंचे परिजन उससे मिलकर खुशी से झूम उठे । परिजनों ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के यवतमाल जिला के नेर थाना अंतर्गत खड़कगांव निवासी रामकृष्ण बोबड़े के 30 वर्षीय पुत्र पुरुषोत्तम राम कृष्ण बोबडे 27 मई 2015 को मानसिक स्थिति खराब होने के बाद घर से निकला गया था । जिसके बाद वह भटकते हुए चार वर्ष पूर्व बिहार के औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-दो के किनारे स्थित बसतपुर के पास एक होटल में ठहर गया। जिसके बाद होटल संचालक शशि कुमार सिंह के द्वारा उसे अपने होटल में रखा गया और लगातार उसके परिवार वालों से संपर्क साधने की प्रयास जारी रखी, हालांकि वह युवक मराठी बोलता था इसके वजह से उनके परिवार तक शशि को पहुंच पाने में 4 वर्ष बीत गए। होटल संचालक के गांव बसंतपुर के एक युवक महाराष्ट्र मे रेलवे में नौकरी करता है वह जब होटल पहुंचा तो उसने होटल में काम कर रहें युवक से उसने बातचीत की । इस क्रम में उसके गांव और जिला का पहचान किया।

ज्ञात हो कि मदनपुर थाना क्षेत्र के रानीगंज बसंतपुर गांव निवासी शेखर कुमार सिंह जो रेलवे में ग्रुप डी में कार्यरत है उसके साथ महाराष्ट्र के यवतमाल के एक दोस्त भी रेलवे में कार्यरत है, शेखर ने उसको फोन किया और व्हाट्सएप पर पुरुषोत्तम राम कृष्ण बोबडे का तस्वीर भेजा। जिसके बाद शेखर के दोस्त ने यवतमाल जिले के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो को शेयर किया जिसके बाद वह फोटो पुरुषोत्तम राज कृष्ण बोबडे की बड़े भाई के पुत्र के व्हाट्सएप में पहुंचा और इसकी पहचान हो गई। पहचान होने के बाद 20 जुलाई की सुबह परिजन बसंतपुर स्थित होटल पर पहुंचे और अपने भाई को सुरक्षित पाया। भाई से मिलने के बाद होटल में काम कर रहे युवक की खुशी देखते ही बन रही थी। और वह भाइयों से मिलकर झूम उठा । फिर वह परिवार के सदस्यों के साथ चला गया। अपने भाई को ले जाते वक्त भाइयों ने होटल संचालक शशि कुमार सिंह के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि आप धन्य हैं कि आपने मेरे भाई को 4 वर्ष तक सही सलामत रखा किया।