AURANGABAD: विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार का हुआ आयोजन , समाज में लापरवाही के कारण यक्ष्मा खतरनाक – सिविल सर्जन

FRIENDS MEDIA DESK-AURANGABAD

विश्व यक्ष्मा दिवस पर गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय सभा कक्ष में सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि समाज में लापरवाही के कारण यक्ष्मा खतरनाक बना हुआ है। अब भी इसके मामले सामने आ रहे हैं। जबकि, विभाग टीबी से होने वाली मौत से मुक्ति पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह से अधिक की खांसी टीबी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि ऐसे मामले को गंभीरता से लेकर इसकी दवा कराएं। केवल छह माह की दवा पर यह ठीक हो जाता है। दवा भी निशुल्क मिलता है।

उन्होंने कहा कि टीबी की शुरुआती पहचान नहीं होने पर ही मामले आगे गंभीर हो जाता है।जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रविरंजन ने कहा कि इस जिले में टीबी के कोई गम्भीर मरीज नही हैं। जिन लोगों में टीवी का लक्षण पाया जाता हैं उन्हें निशुल्क इलाज किया जाता हैं औऱ सरकार के द्वारा मिलने वाली योजना का लाभ भी दिया जाता हैं। ऐसे में जिन लोगों को खासी बुखार हो तो अवश्य जांच कराए ताकि टीवी जैसे खतरनाक बीमारी से बचाया जा सकें।इस मौके पर डॉ मिथलेश कुमार सिंह,अजीत कुमार शर्मा,डॉ विकास कुमार, उवर्वशी प्रजापति, जितेंद्र कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।