औरंगाबाद में 2025 की कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने बढ़ाई परेशानी, जनजीवन अस्त-व्यस्त

बिहार के औरंगाबाद जिले में वर्ष 2025 की ठंड ने लोगों को हाड़ कंपकपाने पर मजबूर कर दिया है। गुरुवार की सुबह जिले भर में घना कोहरा छा गया, जिससे चारों ओर दृश्यता बेहद कम हो गई। हालात ऐसे रहे कि सुबह-सुबह सड़क पर निकलने वाले लोगों को कुछ ही कदम की दूरी तक दिखाई नहीं दे रहा था। कोहरे ने पूरे इलाके को अपनी गिरफ्त में ले लिया और जनजीवन पर गहरा असर पड़ा।

घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई। राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर ग्रामीण सड़कों तक वाहन रेंगते नजर आए। खासकर सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और दैनिक मजदूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर वाहन चालकों को हेडलाइट और फॉग लाइट जलाकर चलना पड़ा, फिर भी दुर्घटना का खतरा बना रहा।

कोहरे और ठंड के चलते सुबह की सैर पर निकलने वाले लोग भी घरों में ही दुबके रहे। बाजारों में देर से चहल-पहल शुरू हुई, वहीं चाय की दुकानों और अलाव के आसपास लोगों की भीड़ देखी गई। ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म कपड़ों, शॉल और टोपी का सहारा लेते नजर आए।

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में सक्रिय ठंडी हवाओं और नमी के कारण अगले कुछ दिनों तक सुबह और रात में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। ऐसे में वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने भी अपील की है कि लोग अनावश्यक रूप से सुबह के समय यात्रा से बचें और सड़क पर चलते समय पूरी सतर्कता रखें।

कुल मिलाकर, औरंगाबाद में ठंड और कोहरे ने आम जनजीवन की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। आने वाले दिनों में मौसम के और सख्त होने की आशंका को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचाव के सभी उपाय अपनाने की जरूरत है।