औरंगाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वर्गीय पूजनीय माता को लेकर महागठबंधन के एक कार्यक्रम के दौरान की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में गुरुवार को एनडीए द्वारा बुलाए गए बंद का असर औरंगाबाद जिले में स्पष्ट रूप से देखा गया। इस दौरान बाजार पूरी तरह से बंद रहे और आम लोग भी स्वेच्छा से इस बंद में शामिल हुए।

भाजपा के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने नबीनगर में बंदी कार्यक्रम में भाग लिया और कार्यकर्ताओं तथा आम नागरिकों से इसे सफल बनाने की अपील की। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि—
“प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूजनीय माता को लेकर जिस तरह की अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी की गई है, वह बेहद निंदनीय है। इस टिप्पणी ने पूरे देशवासियों को आहत किया है। यही कारण है कि नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए यह शांतिपूर्ण बंद आयोजित किया गया है।”
बंद सुबह 7 बजे से 12 बजे तक प्रभावी रहा। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं और रेल परिचालन को इससे बाहर रखा। व्यापारिक समुदाय, सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने स्वतःस्फूर्त रूप से दुकानों व प्रतिष्ठानों को बंद रखकर विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया।
पूर्व सांसद ने कहा कि यह बंद किसी तरह की जबरन या गुंडागर्दी का परिणाम नहीं है, बल्कि लोगों की भावनाओं और आक्रोश का स्वाभाविक प्रतीक है।
इस मौके पर बड़ी संख्या में एनडीए के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।