क्या ₹500 का नोट सच में होने वाला है बंद? सोशल मीडिया पर मची हलचल पर RBI ने तोड़ी चुप्पी!

व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर ₹500 के नोट को लेकर फैल रही खबरों ने लोगों ने चिंता बढ़ाई, अब RBI का बयान आया सामने — जानिए पूरा सच।

नई दिल्ली / Friends Media Desk:

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है — जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) जल्द ही ₹500 के नोट को बंद करने जा रहा है।
कई वेबसाइट और यूट्यूब चैनलों ने भी इस खबर को “RBI New Rule” बताकर शेयर किया, जिससे आम जनता में हलचल मच गई।

कई लोगों ने बैंक और एटीएम से ₹500 के नोट निकालना तक कम कर दिया, जबकि कुछ ने इसे नई नोटबंदी की तैयारी बता दिया।

लेकिन क्या वाकई ऐसा कुछ होने वाला है?
क्या सच में ₹500 का नोट अब बंद किया जाएगा?

वायरल दावे और लोगों की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पोस्ट्स में कहा जा रहा था कि RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे 30 सितंबर 2025 के बाद ₹500 के नोट जारी न करें। कुछ संदेशों में लिखा गया कि ₹500 की जगह नया नोट डिज़ाइन लाया जाएगा।

इन दावों के बाद लोगों में संशय और डर का माहौल बन गया — “कहीं फिर से 2016 जैसी स्थिति न आ जाए!”

देहाती इलाकों और छोटे व्यापारियों के बीच इस खबर ने सबसे ज्यादा भ्रम फैलाया। कई दुकानदारों ने ₹500 के नोट लेने से भी हिचकिचाहट दिखानी शुरू कर दी।

RBI ने इस पूरे मामले पर स्पष्ट बयान जारी करते हुए कहा है कि

“₹500 के नोट को बंद करने की कोई योजना नहीं है। यह वैध मुद्रा है और इसका उपयोग सामान्य रूप से जारी रहेगा।”

रिज़र्व बैंक ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया या व्हाट्सएप संदेशों के आधार पर कोई निर्णय न लें, बल्कि केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट (www.rbi.org.in) या सरकारी प्रेस विज्ञप्तियों पर भरोसा करें।

वित्त मंत्रालय ने भी संसद में जवाब दिया है कि ₹500 के नोट को बंद करने या नई सीरीज़ लाने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है।

जागरूकता के लिए क्या करें — Friends Media की अपील

1. किसी भी वायरल संदेश को तुरंत सच न मानें।

2. नोट बंद या बदलने की सूचना सिर्फ RBI या सरकार देती है — किसी वेबसाइट या यूट्यूबर नहीं।

3. अपने परिवार और मित्रों को इस सच्चाई की जानकारी दें, ताकि वे अफवाहों का शिकार न हों।

4. नोटों की सुरक्षा फीचर जरूर पहचानें  वाटरमार्क, रंग-बदलने वाली पट्टी, छिपा हुआ चित्र आदि।

सोशल मीडिया के इस दौर में एक छोटी-सी झूठी पोस्ट भी बड़ी घबराहट पैदा कर सकती है। ऐसे में “जागरूक नागरिक बनना ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।”

Friends Media लगातार ऐसी झूठी खबरों के पीछे का सच आपके सामने लाता रहेगा —
क्योंकि हमारे लिए “खबर भी, मिशन भी” है।