AURANGABAD : “पेड़ बचाओ – पंछी बचाओ” का संदेश लेकर चिरैयाँटाँड गाँव में हुआ अनोखा कार्यक्रम
“बचपन से ही मुझे पेड़ लगाने का शौक है और पिछले पाँच सालों से मैं पक्षियों के लिए घोंसले लगवाने का काम भी कर रहा हूँ।” सुमन शेखर
“बचपन से ही मुझे पेड़ लगाने का शौक है और पिछले पाँच सालों से मैं पक्षियों के लिए घोंसले लगवाने का काम भी कर रहा हूँ।” सुमन शेखर
डीईओ सुरेंद्र कुमार ने भी जिला पदाधिकारी के बताए टिप्स को अपनाने की सलाह दी और बताया कि जिले में शिक्षा विभाग के तहत स्कूलों की गुणवत्ता को निरंतर बेहतर बनाया जा रहा है।
अध्ययन में सतत निरंतरता एवं अनुशासन बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने में अहम – डीएम Read More »
औरंगाबाद । केंद्रीय विद्यालय औरंगाबाद में आज दिनांक 21-02-2025 को धूमधाम से ग्रैंड पैरेंट्स डे यानी दादा दादी &नाना नानी दिवस का आयोजन किया गया जिसमे बच्चों के दादा-दादी नाना नानी ने शिरकत की । बच्चों ने इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए । जिसमे शिव तांडव , नृत्य नाटिका, समूह गीत, मराठी
केंद्रीय विद्यालय औरंगाबाद में आयोजित एक दादा -दादी & नाना नानी दिवस समारोह Read More »
पराक्रम दिवस का यह आयोजन विद्यार्थियों में शिक्षा और देशभक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 के तहत यह आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि ठंड के कारण बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन को इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
AURANGABAD – भीषण ठंड के कारण डीएम ने कक्षा 5वीं तक स्कूल बंद करने का दिया निर्देश Read More »
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 के तहत यह आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि ठंड के कारण बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन को इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
वार्षिक उत्सव ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को मंच प्रदान किया, बल्कि विद्यालय परिवार में एकजुटता और उल्लास का संदेश भी दिया।
स्थापना दिवस का यह आयोजन न केवल विद्यालय की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि यह विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच सामूहिकता और गर्व की भावना को भी प्रबल करने वाला अवसर बना।
BSCC योजना के तहत, उच्च शिक्षा के इच्छुक छात्रों को BSEFC के माध्यम से अधिकतम 4 लाख रुपए तक शिक्षा ऋण देने का प्रावधान है
अध्यक्ष के समक्ष विद्यालय की विभिन्न आवश्यकताओं के विषय में यथा विद्यालय को अमृत जलधारसे जोड़ना , शौचालय की समस्या, विद्यालय के बुनियादी ढांचे के विकास की आवश्यकताओं को प्रस्तुत किया गया।