फुटपाथ फेरी विक्रेताओं के हक पर डाका, पूंजीपतियों को बांटी गई दुकानें – अनिल कुमार सिंह


औरंगाबाद/बिहार
फुटपाथ फेरी विक्रेता संघ के बैनर तले शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा नेता सह अनिल मंडली के संयोजक अनिल कुमार सिंह ने जिला प्रशासन और नगर पर्षद पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय में वर्षों से सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले छोटे दुकानदारों को जबरन हटा दिया गया, जबकि उन्हें कोई वैकल्पिक स्थान भी नहीं दिया गया।

अनिल कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि जिला मुख्यालय में जो मीट-मछली की दुकानें बनी हैं, उन्हें गरीबों और स्थानीय दुकानदारों को देने की बजाय पैसों के बल पर बड़े पूंजीपतियों को सौंप दिया गया है। यह सरकारी नियमों के खिलाफ है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि वेंडिंग ज़ोन बनाकर रेहड़ी-पटरी वालों को स्थान दिया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि नगर पर्षद के पास बनी 43 दुकानों को भी पूंजीपतियों के हवाले कर दिया गया है, जिसमें कई प्रभावशाली नेता भी शामिल हैं। यहां तक कि जो लोग मास और मछली को हाथ तक नहीं लगाते, उन्हें भी दुकानें अलॉट कर दी गई हैं। हमारे पास इसके प्रमाण मौजूद हैं।

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि नगर पर्षद क्षेत्र का विस्तार औरंगाबाद की मौजूदा जरूरतों के अनुरूप किया जाना चाहिए। औरंगाबाद की जनसंख्या और संरचना नगर निगम बनने की अहर्ता रखती है, लेकिन इसे जानबूझकर रोका जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में गो-वंश वध (गौकसी) पर रोक के बावजूद यह गतिविधि जारी है, जिससे धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो रही हैं। साथ ही कूड़ा-कचरा निपटान के लिए निर्धारित स्थल की डीपीआर अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने मांग की कि पहले उस स्थान की चारदीवारी बनाई जाए ताकि स्थानीय लोगों की सेहत पर असर न पड़े।

फुटपाथ फेरी विक्रेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें उचित जगह नहीं दी गई, तो वे उग्र आंदोलन करने या फिर न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाने पर मजबूर होंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष शशि कुमार सिंह सहित कई विक्रेता संघ के सदस्य उपस्थित रहे।