औरंगाबाद के अंतिम छोर तक पहुँचा लोकतंत्र का उजाला — झारखंड सीमा के गाँव में गूँजा मतदान का संकल्प!

लोकतंत्र की गूँज अब पहाड़ों और सीमाओं को भी पार कर रही है। SVEEP अभियान के तहत नबीनगर प्रखंड के रामनगर पंचायत के कर्मा लहंग गाँव, जो झारखंड की सीमा से सटा सुदूर इलाका है, में आज मतदाता चौपाल का आयोजन हुआ — जहाँ गाँव की जीविका दीदियों ने रंगोली के रंगों से मतदान का संदेश सजाया और पूरे उत्साह के साथ लोगों को 11 नवम्बर 2025 को होने वाले बिहार विधानसभा आम निर्वाचन में शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री (भा.प्र.से.) स्वयं पहुँचे और ग्रामीणों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने न केवल लोगों की समस्याएँ सुनीं बल्कि उनके शीघ्र समाधान का भरोसा भी दिया।

डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा —

> “मतदान केवल अधिकार नहीं, यह हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। हर मतदाता की भागीदारी से ही शासन सशक्त और पारदर्शी बनता है। इसलिए 11 नवम्बर को सभी मतदाता निर्भीक होकर मतदान करें — आपका एक वोट भविष्य बदल सकता है।”

उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रशासन का उद्देश्य जिले के अंतिम व्यक्ति तक लोकतंत्र का संदेश पहुँचाना है ताकि कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रह जाए।

इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों को मतदान की शपथ दिलाई गई, जिसमें सबने संकल्प लिया कि वे स्वयं मतदान करेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

कार्यक्रम ने न केवल सीमावर्ती गाँव में लोकतंत्र का उजाला फैलाया, बल्कि यह साबित किया कि औरंगाबाद जिले का हर कोना अब जागरूक मतदाता बनने की राह पर है।

रंगोली, चौपाल और ग्रामीण उत्साह की झलक ने आज कर्मा लहंग को लोकतंत्र के रंगों में रंग दिया।