औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड स्थित पातालगंगा मठ में रामनवमी के पावन अवसर पर भव्य भंडारा का आयोजन किया गया । भगवान श्री राम और वीर हनुमान के निमित वैदिक रीति रिवाज से पूजा पाठ के बाद महावीरी झंडा लगाया गया । झंडा की पूजा अर्चना के बाद भव्य भंडारा का आयोजन किया गया । शायं 4 बजे से लेकर रात्रि के 11 बजे तक श्रधालुओ और भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया । महाप्रसाद का आयोजन पातालगंगा मठ के कार्यकारी महंथ श्री शिव बिहारी मिश्र की निर्देश और देखरेख में सम्पन्न हुआ ।
इस भव्य भंडारा में चानपुर, बंभौरी ,सिलाड़, कुरका,देव ,पड़रिया ,सरगांवा,विशुनपुर,सिमरी सहित अन्य गांव से श्रद्धालु और भक्त पहुंचे थे ।बताते चले कि मठ की स्थापना काल से ही प्रत्येक वर्ष रामनवमी एवं जन्माष्टमी के पावन अवसर पर विशेष पूजा अर्चना एवं भंडारा का आयोजन किया जाता रहा है ,लेकिन पिछले कुछ वर्षों से रामनवमी पूजा और भंडारा बंद हो गई थी ।महंथ आदित्य ब्रह्मचारी के पटाभिषेक के बाद सभी बंद परम्पराओ को सुचारू रूप से चलाने की शुरुआत की गई है । कार्यकारी महंथ शिव बिहारी मिश्र ने बताया कि पातालगंगा मठ का नींव लगभग 250 वर्ष पूर्व नैमिशारण्य से पधारे श्री ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी के द्वारा रखा गया था ,तब से यह परंपरा रही है कि मठ के आसपास के गांव के ग्रामीण ,भक्त,श्रधालु का सेवा करना है ,मठ से होने वाली आय से यहां आने वाले कोई भक्त भूखा प्यासा न रहे यह सुनिश्चित करना है ।इस दौरान मठ के पुजारी तालकेश्वर दुबे , संजय दुबे, उपेन्द्र यादव,वकील सिंह, सत्येंद्र उर्फ बराहिल, देवेंद्र तिवारी,रोहित कुमार राम,बिगन भुइयां सहित अन्य उपस्थित रहे ।