दुर्गा पूजा पर आस्था का महापर्व: सप्तमी को उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, पंडालों की भव्यता ने बांधा समां

औरंगाबाद । अमरेश कुमार ।

शहर में दुर्गा पूजा का पर्व भक्ति और उल्लास के चरम पर है। सप्तमी को जैसे ही पट खोले गए, माता रानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रंग-बिरंगी लाइटों, विद्युत सजावट और फूलों से सजे थीम आधारित पंडालों की भव्यता ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। महिलाएं और बच्चे विशेष उत्साह में नजर आए तो युवाओं में पूजा को लेकर खास उमंग देखी गई। जगह-जगह अखंड ज्योति, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा।

देश के प्रसिद्ध मंदिरों की झलक

इस बार शहर के विभिन्न पूजा समितियों ने अपने पंडालों को अनूठे थीम से सजाया है। कहीं पौराणिक मंदिरों की झलक दिखाई दे रही है तो कहीं आधुनिक कला का अद्भुत संगम नजर आ रहा है। पंडालों की सजावट और रोशनी की चमक देखते ही बन रही है।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं के कड़े इंतजाम

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है। ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग और पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है। डीएम श्रीकांत शास्त्री, एसपी अंबरीश राहुल, एसडीओ संतन कुमार सिंह, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय सहित वरीय पदाधिकारी लगातार विधि- व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।

अष्टमी-नवमी का विशेष आयोजन

अष्टमी और नवमी को विशेष पूजन-अर्चन और कन्या भोज का आयोजन होगा। शहरभर में भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गूंज रहेगी। कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियां भक्तों को आकर्षित कर रही हैं।

विजयादशमी पर होगा रावणवध

हर वर्ष की भांति इस बार भी गांधी मैदान में सरस्वती आराध्य समिति द्वारा रावणवध का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर तैयारी जोरों पर है। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को देखने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ती है।

इस बार दुर्गा पूजा सिर्फ धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि कला, संस्कृति और समाजिक एकजुटता का भी भव्य उत्सव बनकर उभरा है