FRIENDS MEDIA-BIHAR DESK
आज कल स्कूली बच्चों में इसकी गलत प्रवृति बढ़ रही है। नशा न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य और परिवार को बर्बाद करता है बल्कि पूरे समाज को खोखला बनाता है। यह गंभीर विषय है जिस पर आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की जरूरत है। यह बातें शुक्रवार को जिलाधिकारी ने नारकोटिक समन्वय समिति, जिला अभियोजन एवं आगामी मुहर्रम पर्व के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने की समीक्षा बैठक में कही।
गौरतलब है कि जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा द्वारा योजना भवन के सभागार में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष के साथ नारकोटिक समन्वय समिति, जिला अभियोजन एवं आगामी मुहर्रम पर्व के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने की समीक्षा की गई।
सर्वप्रथम इस बैठक में जिले में गठित नारकोटिक्स समन्वय समिति की समीक्षा की गई। इस दौरान एनडीपीएस एक्ट अंतर्गत स्पीडी ट्रायल के तहत लिए गए वादों की समीक्षा की गई एवं एनडीपीएस अधिनियम के तहत सजा को बढ़ाने का निर्देश दिया गया। विशेष लोक अभियोजक एनडीपीएस एक्ट द्वारा बताया गया कि इस जिले में नारकोटिक ड्रग से संबंधित कुल 134 मामले लंबित हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी को एंटी ड्रग एब्यूज से संबंधित प्रचार-प्रसार जिले के सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में कराने का निर्देश दिया गया। इस कार्य हेतु एनजीओ एवं सिविल सोसायटी का सहयोग लेने का निर्देश दिया गया। अधीक्षक मध्य निषेध एवं उत्पाद औरंगाबाद को नशा मुक्त भारत अभियान का प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को औरंगाबाद जिला अंतर्गत बस पड़ाव, रेलवे स्टेशन के आस-पास वाले क्षेत्र, रेलवे ट्रैक के पास, होटल जहाँ लोग नाईट हॉल्ट करते हैं, रोड साईड में स्थित गुमटी, टूरीस्ट प्लेस, स्कूल कॉलेज के आस-पास नियमित रूप से अवैध नारकोटिक्स ड्रग की छापेमारी करने का निर्देश दिया गया।
इसके पश्चात अभियोजन कार्यों की समीक्षा की गई एवं स्पीडी ट्रायल के तहत लिए गए वादों का जिला अभियोजन पदाधिकारी, लोक अभियोजक औरंगाबाद, विशेष लोक अभियोजक पॉक्सो एक्ट, विशेष लोक अभियोजक एससी एसटी एक्ट एवं विशेष लोक अभियोजक उत्पाद एवं मद्य निषेध अधिनियम के साथ समीक्षा की गई एवं इन अधिनियम अंतर्गत लिए गए वादों में सजा को बढ़ाने का निर्देश दिया गया। साथ ही सदर अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत द्वारा आगामी मुहर्रम पर्व पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में बताया गया कि जिस रूट से जुलूस निकलना है इस रूट का भौतिक सत्यापन सभी थानाध्यक्ष द्वारा अनिवार्य रूप से कर लेना है। इसके अलावा मुहर्रम के पर्व के पहले मिट्टी लाने के समय भी सतर्कता रखनी है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखनी है। बताया कि सभी थानों में शांति समिति की बैठक भी अनिवार्य रूप से कर लें। विसर्जन के समय एवं इसके पश्चात भी पैनी नजर बनाए रखना है। साथ ही चंदा वसूली जबरन कहीं न हो यह सुनिश्चित कर लें। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की जाएगी। बताया गया कि सिविल सोसाइटी एवं धार्मिक जन प्रतिनिधियों के साथ सभा कर लें। संवेदनशील स्थलों पर जहां प्रतिनियुक्ति हो उन स्थलों का भ्रमण कर लें। बिना लाइसेंस के किसी भी प्रकार का जुलूस नहीं निकाला जाएगा। वाहन चेकिंग भी लगातार करते रहें। कोविड 19 के गाइडलाइंस का अनुपालन भी कराने का निर्देश दिया गया। बताया गया कि कोई भी कार्यक्रम बिना प्रशासन की अनुमति के संपन्न नहीं होगा।
पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि असामाजिक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई के लिए धारा 107 का प्रस्ताव अविलंब भेज दें। बताया कि पूर्व की घटनाओं से प्रेरणा लेकर हमें आगे की कार्रवाई करनी है। बेहतर होगा कि बीडीओ, सीओ एवं एसएचओ आपस में समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था संधारित करें। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी बीडीओ एवं सीओ को निर्देश दिया गया कि जिले में संभावित सुखाड़ की स्थिति के मद्देनजर खाद की दुकानों का निरीक्षण अवश्य कर लें। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी थानों में अगली 05 तारीख से पहले शांति समिति की बैठक करने का निर्देश दिया गया। निर्देश दिया गया कि सभी सीओ एवं थानाध्यक्ष जुलूस के रूट का भ्रमण कर सत्यापन कर लें। साथ ही अपने क्षेत्र अंतर्गत एरिया डॉमिनेशन की कार्रवाई भी करने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, डीसीएलआर संजय कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी बाल मुकुंद प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत, एसडीपीओ गौतम शरण ओमी, अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रियव्रत रंजन, वरीय उप समाहर्ता फतेह फैयाज, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार सिंह, वरीय उप समाहर्ता अनिशा भारती, एसडीपीओ दाउद नगर कुमार ऋषिराज, डीएमडब्ल्यूओ नीलम मिश्रा, डीपीओ आईसीडीएस रचना, डीपीओ राजीव रंजन, सभी बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।