PT की पेपर लीक होने के बाद BPSC की परीक्षा रद्द , पूरे मामले की साइबर सेल की टीम करेगी जांच

FRIENDS MEDIA ,BIHAR DESK

रविवार को पूरे प्रदेश समेत जिले के 24 परीक्षा केंद्रों पर बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 67वी संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई । इस परीक्षा में कुल 15000 अभ्यर्थी शामिल हुई । बीपीएससी की शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ही सारी तैयारी पूर्ण कर ली गयी थी । रविवार सुबह 10 बजे से ही सभी परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी पहुंचने लगे थे। दोपहर 12:00 बजे से 02:00 बजे तक परीक्षा चली। परीक्षा को लेकर पर्याप्त संख्या में स्टैटिक एवं जोनल मजिस्ट्रेट, फ्लाइंग स्क्वाड, पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है। जो परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से सफल बनाने का काम किया। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों का पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा एवं उप विकास आयुक्त मंजू प्रसाद द्वारा इस परीक्षा के सभी परीक्षा केंद्रों का स्थल निरीक्षण किया गया। परीक्षा को लेकर केन्द्र के आसपास के फोटो स्टेट की दुकानें को बंद रखने का निर्देश दिया गया था। इसके अलावा विभिन्न परीक्षा केंद्रों का वहीं किसी भी इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स परीक्षार्थी केन्द्र के अंदर लेकर नहीं जाएंगे। गेट पर ही परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ली जा रही थी। परीक्षा को लेकर उड़नदस्ता दल का भी गठन किया गया था।

पेपर लीक होने पर रद्द हुई BPSC की परीक्षा


रविवार को आयोजित BPSC 67 वीं PT के पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि परीक्षा शुरू होने के पहले ही सी सैट का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके बाद आयोग ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित कर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई । हालांकि गठित कमेटी ने मात्र 3 घंटे के अंदर ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी। रिपोर्ट मिलने बाद आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया है। वहीं बताया कि अब दोबारा परीक्षा की नई तिथि घोषित की जाएगी। इधर पेपर लीक होने पर कई जगहों पर परीक्षार्थियों ने हंगामा भी किया । कुछ अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के मेल आईडी पर वायरल क्वेश्चन पेपर की कॉपी अटैच कर भेज दी थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर से भी संज्ञान लिया गया है । मिली जानकारी के अनुसार पेपर लीक करने में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई के लिए BPSC के अध्यक्ष ने DGP को पत्र लिखकर मांग किया है । उम्मीद किया जा रहा है कि पूरे मामले को आर्थिक अपराध शाखा की साइबर सेल की टीम जांच करेगी।